शरीर को स्वस्थ रखने वाले सबसे जरूरी पोषक तत्वों में से एक है विटामिन डी। हमें विटामिन डी की प्राप्ति धूप और अच्छी डाइट से होती है। विटामिन डी शरीर में कैल्शियम की मात्रा को बनाए रखता है। इससे हमारे शरीर में इम्यूनिटी बनी रहती है साथ ही बॉडी हेल्दी भी रहती है। विटामिन डी जितना मसल्स की ग्रोथ के लिए जरूरी है उतना ही स्किन के लिए भी फायदेमंद है। बहुत सी रिसर्च में यह साबित हो चुका है कि विटामिन डी बीपी की समस्या को बहुत हद तक कम कर देता है।
एक वयस्क व्यक्ति को प्रतिदिन 10 माइक्रोग्राम विटामिन डी की आवश्यकता होती है। जिसे आसानी धूप में बैठ कर और अच्छी डाइट लेकर पूरा किया जा सकता है।
विटामिन डी की कमी के लक्षण (Vitamin D deficiency symptoms)
इतना ही नहीं बल्कि आप यहाँ पर कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर क्या न खाएं की महत्वपूर्ण जानकरियों का अध्यन कर सकते है।
विटामिन डी की कमी के लक्षण हमारे शरीर में दिखने लगते हैं।
- अत्यधिक बीमार पड़ना:
यदि आपके शरीर में विटामिन डी कमी होगी तो आपकी इम्यूनिटी कमजोर हो जाएगी जिससे कि आपको बार-बार बुखार, सर्दी जुकाम, खांसी होगा।
- जोड़ों और हड्डियों में दर्द का बना रहना:
जैसा कि हमने बताया कि विटामिन डी कैल्शियम का स्त्रोत है। यदि आपके शरीर में विटामिन डी की कमी होगी तो आपकी हड्डियों को कैल्शियम नही मिल पाएगा जिससे कि आपकी हड्डियों और जोड़ों में दर्द बना रहेगा।
- थकान और सुस्ती:
यदि आप थोड़ा सा काम करने पर भी जल्दी थक जाते हैं और बहुत सस्ती महसूस कर रहे हैं तो यह भी विटामिन डी की कमी का एक लक्षण है।
- मूड स्विंग की समस्या:
विटामिन डी आपके मूड को भी काफी हद तक कंट्रोल करता है। जब आपके शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है तो उस वक्त शरीर में हैप्पी हार्मोन भी कम हो जाते है और आप सुस्त और चिंता में रहने लगते है।
- घाव का देरी से ठीक होना:
यदि आपके शरीर में कोई घाव हुआ है और वह जल्दी से नहीं भर रहा है तो इसका मतलब है कि आपके शरीर में विटामिन डी की कमी हो गई है और आपकी हीलिंग प्रोसेस धीमी हो गई है।
विटामिन डी की कमी के कारण (Due to Vitamin D deficiency)
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आइए अब हम आपको विटामिन डी की कमी के कुछ मुख्य कारणों के बारे में बताते हैं।
- यदि आप अधिक समय तक कमरे में बंद रहते हैं तो विटामिन डी की कमी हो सकती है।
- यदि आप बहुत समय तक धूप में नहीं जाते हैं तो भी विटामिन डी की कमी हो सकती है।
- यदि आप दूध, मक्खन, घी और दही का सेवन बहुत कम कर रहे हैं या कर ही नहीं रहे हैं तो यह भी एक कारण हो सकता है कि आपने विटामिन डी की कमी हो गई हो।
- यदि आप बहुत अधिक मात्रा में फास्ट फूड और कोल्ड ड्रिंक का सेवन कर रहे हैं तो आपको यकीनन विटामिन डी की कमी हो जाएगी।
- नाइट शिफ्ट में काम करने से भी विटामिन डी की कमी हो सकती है
- गर्भवती महिलाओं में विटामिन डी की कमी होना आम बात है।
- जो लोग मांस, मछली, अंडा आदि नहीं खाते उनमें विटामिन डी की कमी का खतरा ज्यादा होता है।
विटामिन डी के स्रोत (Sources of Vitamin D)
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- यदि हम कुछ देर धूप में बैठते हैं तो हमें विटामिन डी की प्राप्ति होती है।
- विटामिन डी को बहुत से खाद्य पदार्थ द्वारा भी प्राप्त किया जा सकता है। इनमें से कुछ है:
1) अंडा: यदि मनुष्य प्रतिदिन एक अंडा खाता है तो इससे उसे अंडे की जर्दी में रहित विटामिन डी मिल जाता है।
2) दुग्ध: यह बात तो हम सभी जानते हैं कि दूध में कैल्शियम भरपूर मात्रा में उपस्थित होता है। लेकिन दूध से हमें विटामिन डी की प्राप्ति भी होती है साथ ही अन्य कई पोषक तत्व में मिलते हैं। यदि बात भैंस और गाय के दूध में से एक को चुनने की हो तो गाय के दूध में ज्यादा विटामिन डी मौजूद होता है।
3) दही: दही के सेवन से हमें विटामिन डी तो मिलता ही है साथ ही इससे कई पोषक तत्व भीमिलते हैं और यह हमारा पाचन तंत्र भी सही रखती है। इसलिए व्यक्ति को रोज दही का सेवन करना ही चाहिए।
4) मछली: मछली के सेवन से भी विटामिन डी प्राप्त किया जा सकता है।
5) ओट्स: ओट्स खाने से हमें विटामिन डी तो मिलता ही है। साथ ही हमें फाइबर भी मिलता है जो खाने को पचाने में हमारी मदद करता है।
6) मीट: वैसे तो सभी लोग मांसाहारी नहीं होते लेकिन जो लोग मांस, मछली, मीट खा लेते हैं उन्हें मीट का सेवन करना चाहिए क्योंकि मीट खाने से विटामिन डी मिलता है।
7) साबुत अनाज: साबुत मूंग, काले चने आदि में विटामिन डी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इन्हें भिगोकर खाना चाहिए। इसके अलावा आप विटामिन डी के लिए अपनी डाइट में अन्य साबुत अनाजों को भी शामिल कर सकते हैं।
विटामिन डी के शारीरिक फायदे (Physical benefits of Vitamin D)
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वैसे तो शरीर में सभी विटामिन और पोषक तत्वों के बहुत फायदे होते हैं। लेकिन आज हम आपको विटामिन डी के शारीरिक फायदे के बारे में बताएंगे।
- विटामिन डी हड्डियों को मजबूत बनाता है और विटामिन डी को ग्रहण करने से हड्डियां गलती नहीं और ना ही कमजोर होती हैं।
- यदि आपके शरीर में विटामिन डी पर्याप्त मात्रा में उपस्थित है तो इससे आपकी इम्यूनिटी बढ़ जाएगी। और यदि आपकी इम्यूनिटी अच्छी है तो आपको कोई बीमारी, फंगस, इंफेक्शन आदि जल्दी से नहीं घेर पाएंगे।
- जिस व्यक्ति के शरीर में विटामिन डी सही मात्रा में होता है वह डिप्रेशन आदि से दूर रहता है।
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निष्कर्ष (Conclusion)
आज के अपने इस लेख के माध्यम से हमने आपको विटामिन डी से संबंधित सभी बारीकियों को समझाने की कोशिश की है। हमने आपको विटामिन डी के लक्षण, कारण उपाय और स्रोत सभी के बारे में बताया है। यदि आपको हमारा यह लेख अच्छा लगता है तो हमें अपनी राय कमेंट में जरूर शेयर करें।
2 comments
हम जानना चाहते हैं कि आपके द्वारा बताए गए एक घरेलू उपाय का उपयोग करके व्यक्ति कितने समय में विटामिन डी की कमी से निजात पा सकता है ??
विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए क्या कोई आयुर्वेदिक दवाई भी है जिससे कि बिना किसी शारीरिक नुकसान के भी विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सके ??