मनुष्य के खानपान और रहन-सहन की वजह से आजकल बहुत से रोग पनपने लगे हैं। ऐसा ही एक संक्रमण है माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस नामक बैक्टीरिया के कारण होने वाला रोग टीबी। सही उपचार न मिलने पर यह जानलेवा भी साबित हो सकता है।
यह रोग अत्यधिक कमजोर यानी की कुपोषित लोगों को बहुत जल्दी पकड़ लेता है। इस रोग ने मनुष्य के फेफड़ों के साथ शरीर के और अंग भी कार्य करना कम कर सकते है लेकिन मुख्य रूप से यह फेफड़ों को ही नुकसान पहुंचाता है।
लेकिन इस रोग को कुछ परहेज करके रोका जा सकता है। अतः इस रोग से पीड़ित लोगों को कुछ विशेष आहार लेने चाहिए। आइए आज के इस लेख में हम आपको टीबी के मरीज के लिए जरूरी आहार के बारे में बताते है।
टीबी मरीजों के लिए उत्तम भोजन
टीवी के मरीजों के लिए उत्तम भोजन के बारे में संपूर्ण जानकारी यहां पर दी गई है आप इन सभी के बारे में पढ़ के उच्चतम स्तर की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
ग्रीन टी पिएं
टीबी के मरीजों को चाय और कॉफी का सेवन बहुत कम करना चाहिए। लेकिन बहुत लोगों को सुबह उठकर चाय पीने की आदत होती है ऐसे में वह लोग ग्रीन टी को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। यह टीबी में बहुत अधिक फायदेमंद साबित होगी क्योंकि यह शरीर में मौजूद गंदे पदार्थों को बाहर निकाल देती हैं।
टीबी के मरीजों को अक्सर यह शिकायत रहती है कि उन्हें भूख नहीं लगती यह शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ाकर खाने को अच्छे से पचाती है जिससे कि उनकी भूख न लगने की समस्या भी दूर हो जाती है।
इसके अलावा आप यहां पर लू लगने के घरेलू उपचार के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं।
लहसुन का सेवन करें
इस बात से तो सभी वाकिफ हैं कि लहसुन में बहुत से औषधीय गुण मौजूद होते हैं। इसके सेवन की सलाह बहुत से रोगों को सही करने के लिए दी जाती हैं। यही लहसुन टीबी के मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
टीबी की बीमारी से ग्रसित व्यक्ति रोज सुबह लहसुन की दो से तीन कच्ची कलियां चबाकर खाएं तो इनके स्वास्थ्य में काफी हद तक सुधार पहुंचता है।
लहसुन में एलिसिन नामक तत्व पाया जाता है जो कि टीबी के कीटाणुओं पर सीधा असर कर स्वास्थ्य में सुधार करता है। कुछ जानकारों का कहना है कि यदि रोज दो से तीन मिनट तक लहसुन की कलियों को चबाया जाएं तो इससे टीबी के रोग पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
यदि आपको छोटी हाइट की वजह से बोना नाटा आदि कहकर पुकारा जाता है और आप इस सबसे छुटकारा पाना चाहते हैं तो आइए जानते हैं हाइट बढ़ाने की दवा के बारे में विभिन्न तथा महत्वपूर्ण जानकारियां।
पुदीना भी कामगार
पुदीने में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। जो हमारे शरीर में टीबी के रोग के कारण हो रहे नुकसान में सुधार करते हैं।
यदि पुदीने का रस सिरके, शहद और गाजर के रस में मिलाकर किया जाएं तो इससे टीबी के रोग में लाभ पहुंचता है।
खिचड़ी
किसी भी रोग से ग्रसित रोगी की तरह टीबी के मरीजों को भी संतुलित और हल्का फुल्का आहार ही लेना चाहिए। ऐसे में खिचड़ी से बेहतर कोई भोजन नहीं हो सकता। क्योंकि यह संपूर्ण भोजन होने के बावजूद भी आसानी से पच जाता है। टीबी के रोगियों को ज्यादा भूख नहीं लगती है और बाकी का भोजन वह दवाईयों के कारण नहीं कर पाते है।
इसलिए यदि दाल, चावल और सब्जी डालकर बनाई गई खिचड़ी का सेवन वह मरीज करते है तो इससे उन्हें कम भोजन के माध्यम से भी अच्छा और पौष्टिक खाना मिलता है।
यह भी पढ़ें: मुंह के छाले की टेबलेट
आंवले का जूस
वैसे तो कई रोगियों को आंवले के जूस के सेवन की सलाह दी जाती है।
लेकिन यदि आंवले के जूस का सेवन एक गिलास पानी में शहद के साथ टीबी के मरीज द्वारा नियमित रूप से किया जाएं तो यह बेहद लाभ पहुंचाता है।
कैलोरी वाले भोजन का सेवन
जो व्यक्ति टीबी से ग्रसित होता है निश्चित रूप से वह कुपोषण का भी शिकार होगा इसलिए ऐसे लोगों की बीमारी से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। कुछ रोगियों का वजन बहुत तेजी से कम होने लगता है जो उन्हें और अधिक परेशान कर देता है।
इसलिए टीबी के मरीजों को ऐसे भोजन का सेवन करना चाहिए जो कैलोरी से भरपूर है।क्योंकि यह भोजन आसानी से पचने के साथ वजन को घटने से रोकने का भी कार्य करेंगे। टीबी के मरीजों को मूंगफली, केला, अनाज, दलिया और रागी का सेवन करना चाहिए।
इसके अलावा यदि आप कमर में तेज दर्द की समस्या से काफी ज्यादा परेशान हैं तो आइए जानते हैं कमर दर्द मेडिसिन नाम तथा उपयोग के बारे में पूरी जानकारी।
जिंक वाले भोजन से मिलेगी राहत
जिंक मनुष्य शरीर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पोषक तत्व है। यदि आप अपने भोजन में जिंक वाले आहारों को शामिल कर लेते हैं तो आपको टीबी से लड़ने में मदद मिलेगी।
जिंक डीएनए के निर्माण में मदद करता है, यह प्रोटीन का निर्माण भी करता है और यह कोशिकाओं के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
नोट – एड़ी के दर्द का पक्का इलाज
प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ
इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि प्रोटीन मानव शरीर के विकास में अत्याधिक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। टीबी के मरीज के बहुत से ऊतक क्षतिग्रस्त हो जाते है।
प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ जैसे कि मांस,मछली, पनीर, अंडा और दाल इन क्षतिग्रस्त ऊतकों की मरम्मत कर सकते हैं। वही आप साबुत अनाज और ब्राउन राइस आदि का सेवन भी कर सकते हैं।
टीबी के मरीज को क्या नही खाना चाहिए?
अब तक हमे यह जाना की टीबी के मरीज को किन किन खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। लेकिन कुछ चीज ऐसी भी है जिनसे टीबी के मरीज को दूरी बनाकर रहना चाहिए नीचे हम आपको उन खाद्य पदार्थों के बारे में बताने जा रहे हैं जो टीबी के मरीज को नहीं खाने चाहिए।
- टीबी के मरीज को रिफाइंड फूड का सेवन नहीं करना चाहिए अब आप यह सोच रहे होंगे कि रिफाइंड फूड कौन से होते हैं तो आइए हम आपको इनके बारे में बताते हैं। यह वह फूड्स होते हैं जिन्हें तैयार करते वक्त उनसे प्रोटीन, फाइबर के साथ ही अन्य सभी पोषक तत्वों को हटा दिया जाता है। हालांकि इन खाद्य पदार्थों से कैलोरी तो भरपूर मात्रा में प्राप्त होती है लेकिन इनमें पोषक तत्व बिल्कुल भी मौजूद नहीं होते हैं इसीलिए इनका कोई फायदा नहीं होता है। इस तरह के खाद्य पदार्थों में मैदा और ब्रेड जैसी चीज शामिल होती हैं।
- यदि आप सब लोग टीबी के लक्षणों से वाकिफ है तो आपको यह तो समझ आता होगा की खांसी के दौरान ट्रांस फैट वाली चीज नहीं लेनी चाहिए यही कारण है कि टीबी के मरीजों को यह सलाह दी जाती है कि वह ट्रांस फैट वाली चीजों से दूरी बनाकर रहे। क्योंकि उनके लिए ट्रांस फैट वाली चीजों का सेवन करना बहुत ज्यादा घातक साबित हो सकता है। टीबी के मरीजों को अपनी डाइट में केक, पैकेट में आने वाला मक्खन, पेटीज और कुकीज़ जैसी चीजों को शामिल नहीं करना चाहिए।
- टीबी से जूझ रहे व्यक्ति को सैचुरेटेड फैट्स ना खाने की सलाह दी जाती है जो चीज तेल में तलकर बनाई जाती है उनमें सैचुरेटेड फैट की मात्रा बहुत ज्यादा पाई जाती है। यदि आप इन चीजों का सेवन करते हैं तो आपकी समस्या और ज्यादा बढ़ सकती हैं। पेट में कीड़ों की समस्या, डायरिया की समस्या ऐसी समस्याएं हैं जो की टीबी के मरीजों को सैचुरेटेड फैट्स के खाने से होती हैं।
- टीबी के रोगियों को यह सलाह दी जाती है कि वह चाय और कॉफी का सेवन न करें। क्योंकि इन दोनों से नींद न आने की समस्या उत्पन्न हो जाती है ऐसा कहा जाता है कि टीबी के मरीजों को ग्रीन टी का सेवन करना चाहिए।
- इसके अलावा बहुत ज्यादा मात्रा में बीड़ी और सिगरेट पीने से भी टीबी होता है यदि आपको पहले से ही टीबी हो गया है तो आपको बीडी और सिगरेट का सेवन आज ही बंद कर देना चाहिए। जिससे कि आपको भविष्य में समस्या का सामना न करना पड़े। टीबी के मरीजों को धूम्रपान और शराब से विशेष दूरी बनाकर रखने की सलाह दी जाती है।
इसके अलावा आप यहां पर इन सभी विषयों के बारे में उच्चतम स्तर की जानकारियां हासिल कर सकते हैं।
- Niranjan phal benefits
- Hazelnut in hindi
- तुरंत बीपी कम करने के उपाय
- हर्निया रोग क्या है
- यौनशक्ति बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए
निष्कर्ष
टीबी एक जानलेवा बीमारी है। जिसका इलाज दवा और अच्छे खाद्य पदार्थों द्वारा संभव है। हमारे द्वारा इस लेख में बताएं गए सभी खाद्य पदार्थ पूरी तरह सुरक्षित है और आप इन्हें टीबी से ग्रसित रोगी को दे सकते है। यदि आप इस बारे में और अधिक जानना चाहते है तो अपनी नजदीकी डॉक्टर से परामर्श करें।
8 comments
टीबी की बीमारी को लेकर मैं बहुत ही ज्यादा चिंतित रहता हूं मेरी नानी जी को यह बीमारी काफी समय से है और चिकित्सक इलाज भी चल रहा है पर वह इस बीमारी से परेशान ही रहती हैं क्योंकि इलाज से कुछ ज्यादा फर्क नहीं पड़ रहा है मैंने यहां पर इस बीमारी के बारे में घरेलू उपचार के इस्तेमाल से इस बीमारी के इलाज की पूरी जानकारी ली है मैं जानना चाहता हूं कि इस बीमारी में मांस अंडे आदि खाने से क्या इस बीमारी से जल्दी छुटकारा पाया जा सकता है इसके बारे में हमें अपनी राय दें ???
यदि टीबी जैसे भयानक बीमारी वाले व्यक्ति को नियमित रूप से मांस का सेवन करवाया जाए तो क्या वह अपनी बीमारी से जल्द से जल्द मुक्त हो सकता है अथवा नहीं ?
हमने यहां पर ग्रीन टी के उपयोग से होने वाले फायदे के बारे में जानकारी प्राप्त की है क्या वाकई में ग्रीन टी के सेवन से टीबी जैसी भयानक बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है ??
टीबी के मरीज भोजन में क्या खाएं और और किस विधि द्वारा कौन सा भोजन करना चाहिए उन सभी जानकारियां का संक्षेप में वर्णन किया है जैसा कि आपने बताया है कि लहसुन की तीन से चार कलियां रोजाना खाने से भी टीबी जैसी भयानक बीमारी को नियंत्रण में लाया जा सकता है क्या ऐसा वाकई में संभव है यदि हां है तो हमें यह बताएं कि लहसुन की कली खाने का सही समय कौन सा है जिससे टीबी जैसी बीमारी का निवारण किया जा सके ?
हम जानना चाहते हैं कि टीबी जैसी बीमारी से मुक्ति पाने के लिए यदि आवाले के जूस का रोजाना सेवन किया जाए तो क्या इसके कुछ साइड इफेक्ट होने का भी खतरा होता है या फिर यह पूरी तरह शरीर के लिए उपयुक्त है।
टीबी के मरीज भोजन में क्या खाएं लेख के जरिए हमने यह जाना है कि टीबी जैसी बीमारी को हम सही प्रकार से सही समय पर भोजन का सेवन करते रहें तो जल्द से जल्द इस भयानक अथवा जानलेवा बीमारी से मुक्ति पाई जा सकती है प्रोटीन युक्त खाना खाने से टीबी ही नहीं बल्कि और भी बहुत सी बीमारियों का अंत किया जा सकता है।
टीबी जैसी भयानक बीमारी की समस्या में अक्सर चिकित्सक अंडे मांस मछली आदि खाने की सलाह देते हैं हम जानना चाहते हैं कि यदि कोई व्यक्ति शाकाहारी है तो क्या उसको भी यह सब खाना जरूरी है या फिर इसके अलावा अन्य प्रोटीन के विकल्पों का उपयोग करके अपनी बीमारी से मुक्त हो सकता है ??
टीबी जैसी भयानक बीमारी की समस्या से छुटकारा पाने के लिए क्या मछली का सेवन करना चाहिए क्या मछली का सेवन करने से वाकई में टीबी जैसी बीमारी की समस्या से छुटकारा पाना सरल हो जाता है ?