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रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में दर्द के कुछ घरेलू उपचार

by Anjita Yadav

सभी उम्र के लोग को अक्सर रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में दर्द से परेशान होते हैं, यह दर्द अक्सर उनकी रोजमर्रा की गतिविधियों और उनके जीवन जीने की गुणवत्ता को ख़राब करता है।

रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में दर्द होना एक आम बात है। इस लेख में हमारा उद्देश्य रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में होने वाले दर्द के कारण और उसके उपचार के बारे में जानकारी प्रदान करना है।

जब व्यक्ति अपना खास तरह से ख्याल नहीं रखता तो उसे रीढ़ की हड्डी के नीचे में दर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है और आज कल यह समस्या बहुत ही आम हो गई है।

इस दर्द के कई कारण हो सकते हैं। आज के इस लेख में हम आपको इसके कारण और इसके बचाव के तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइए शुरू करते हैं आज का यह लेख।

रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में दर्द के कारण – (Causes of Lower Spine Pain In Hindi)

जैसा कि हम पहले भी बता चुके हैं कि यह समस्या आज के युग में बहुत ही आम हो गई है आईए जानते हैं ऐसी कौन से कारण होते हैं जिनकी वजह से रीड की हड्डी में दर्द होता है।

रीढ़ की हड्डी निचले हिस्से में दर्द होने के कई सारे कारण हो सकते है, उनमें से कुछ निम्न है:

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  • मांसपेशियों में खिंचाव व मोच: बहुत अधिक शारीरिक परिश्रम करने, गलत मुद्रा सोने और अचानक चलने-फिरने से रीढ़ की हड्डी के चटक जाने के कारण रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से की मांसपेशियाँ खीचें जाती है और दर्द चालू हो जाता हैं।
  • हर्नियेटेड डिस्क: कुशन के रूप में, कुशन कशेरुकाओं के बीच में डिस्क कार्य करती है। जब डिस्क का कोमल अन्दर का पदार्थ फट जाता है, तो आसपास की नसों पर दबाव पड़ता है, जिसके कारण दर्द होता है। इसे हर्नियेटेड डिस्क कहा जाता है।
  • स्पाइनल स्टेनोसिस: रीढ़ की हड्डी की नलिका सिकुड़ने के कारण नसों पर दबाव पड़ता जिससे रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है।

इसके साथ-साथ यदि आपको रक्त से संबंधित संक्रमण की समस्या है तो आप यहां पर खून में एलर्जी के लक्षण तथा उपचारों के बारे में विस्तार सहित जानकारी हासिल कर सकते हैं।

  • इसका एक सबसे आम और महत्वपूर्ण कारण यह है कि व्यक्ति बहुत अधिक वजन उठा लेता है। जब व्यक्ति बहुत अधिक वजन उठा लेता है तो उसका सीधा असर उसकी रीढ़ की हड्डी पर पड़ता है जिससे कि उसमें दर्द रहने लगता है। 
  • जब व्यक्ति की हड्डियां कमजोर होती है तो भी यह दर्द हो सकता है।
  • व्यक्ति का मोटापा भी इस दर्द का एक कारण है
  • बहुत बार यह दर्द तब भी होता है जब हम एक ही मुद्रा में बहुत समय तक एक ही स्थान पर बैठे रहते हैं। 
  • जो व्यक्ति ज्यादा तनाव लेता है उसे भी इस दर्द का सामना करना पड़ सकता है।

नोट – यदि आप जांघ में दर्द की समस्या से अत्यधिक परेशान है और आप अपने इस समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आप यहां पर जांघ में दर्द का घरेलू इलाज की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में दर्द के इलाज – (Treatment of Lower Spine Pain In Hindi)

रीड की हड्डी के निचले हिस्से में होने वाला दर्द कभी-कभी असहनीय हो जाता है और तंदुरुस्त व्यक्ति भी इसे नहीं झेल पता लिए हम आपको रीड की हड्डी के निचले हिस्से के इलाज के बारे में बताते हैं।

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इसके साथ-साथ आप यहां पर पैर में झनझनाहट के कारण और उपचारों की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं आजकल यह समस्या बहुत आम बन चुकी है व्यक्ति को एक जगह बैठे बैठे पैर में झनझनाहट की समस्या उत्पन्न हो जाती है जिसकी वजह से वह कुछ समय के लिए चलने फिरने में असमर्थ हो जाता है

हम चाहते हैं कि आप यहां पर पैर में झनझनाहट के घरेलू उपचार के बारे में जानकारी प्राप्त करें और घरेलू उपचारों के प्रति अपने ज्ञान को बढ़ावा दें।

  • सेंधा नमक फायदेमंद साबित होगा: जब किसी व्यक्ति की रीढ़ की हड्डी की नस दब जाती है तो वह सेंधा नमक का इस्तेमाल इसके उपचार के लिए कर सकता है। क्योंकि सेंधा नमक इस नस को खोल सकता है। इसे उपयोग करने का तरीका भी बहुत सरल है। बस आपको सेंधा नमक को गर्म पानी में डालकर उबाल लेना है और फिर इस पानी से नहाना है। इससे आपको दर्द में बहुत राहत मिलेगी और साथ ही आपकी नस भी खुलेगी।
  • नारियल का तेल भी असरदार: वैसे तो नारियल के तेल का इस्तेमाल बहुत सी कार्यों के लिए किया जाता है। लेकिन इसका इस्तेमाल रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में दर्द के लिए भी किया जा सकता है। इसके लिए आपको नारियल के तेल में दो या तीन कलियां लहसुन की डालकर उन्हें पका लेना है। इसके बाद जब यह तेल ठंडा हो जाए तो इस तेल से रीढ़ की हड्डी की मालिश करें। ऐसा करने से आपको बहुत आराम महसूस होगा।
  • तुलसी के पत्ते भी है फायदेमंद: इस बात को कोई नहीं नकार सकता कि तुलसी बहुत से औषधीय गुणों से भरपूर होती है। आप तुलसी के पत्तों को चाय या पानी में डालकर पकाकर इसका सेवन कर सकते हैं यह बहुत ही असरदार तरीका साबित होता है।
  • आराम और गतिविधि में संशोधन: ऐसी गतिविधियों से बचें जो आपकी रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से के दर्द को बढ़ा सकती हैं। जकड़न से बचने के लिए थोड़ा व्यायाम और आराम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
  • भौतिक इलाज: एक भौतिक चिकित्सक लचीलेपन को बढ़ाने और निचली रीढ़ को सहारा देने वाली मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए एक अनुकूलित प्रशिक्षण योजना बना सकता है। विशिष्ट स्ट्रेच और व्यायाम असुविधा को कम कर सकते हैं और फिर से दर्द होने को रोक सकते हैं।
  • दवाईयाँ: एसिटामिनोफेन और एनएसएआईडी (इबुप्रोफेन, नेप्रोक्सन) ओवर-द-काउंटर दवाओं के कुछ उदाहरण हैं जिसका उपयोग दर्द को नियंत्रित करने और सूजन को कम करने में किया जाता हैं। अत्यधिक दर्द होने पर

 मांसपेशियों को आराम देने वाली दवाएं या मजबूत दर्द निवारक दवाओं का सुझाव दिया जाता है।

यह भी पढ़े: सीने के पीछे पीठ में दर्द क्यों होता है

रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में दर्द से बचाव के तरीके – (Ways To Prevent Lower Spine Pain In Hindi)

कुछ सामान्य से उपाय करके इस प्रकार के दर्द से बचा जा सकता है। जिनका वर्णन इस प्रकार किया गया है।

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  • जो व्यक्ति बहुत देर तक ड्राइविंग करता है उसे कमर के नीचे तकिया लगाकर ड्राइविंग करनी चाहिए।
  • नियमित योग और व्यायाम हर समस्या का इलाज कर सकता है।
  • यदि आप कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम कर रहे हैं तो आगे की ओर ना झुके।
  • यदि आप लगातार बहुत देर तक कंप्यूटर पर काम करते हैं तो थोड़ी-थोड़ी देर बाद उठकर चलते रहे जिससे कि आपकी रीढ़ की हड्डी को आराम मिलता रहे।
  • जब भी आप कुर्सी पर बैठे तो सीधे ही बैठे साथ ही अपनी कमर पीछे टीका कर बैठे।
  • ज्यादा भारी समान न उठाएं।
  • अपना वजन न तो ज्यादा कम होने दे और न ही अधिक कम।
  • अपने बैठने की मुद्रा सदैव सही रखें।
  • बहुत समय पर एक ही जगह पर न बैठे रहे बीच-बीच में थोड़ा टहले।
  • सिगरेट और शराब का सेवन बहुत सी समस्याओं की जड़ है इसलिए जितना अधिक हो सके इनसे दूरी बना ले।

आप यहां पर दिए हुए इन सभी विषयों के बारे में उच्चतम स्तर की जानकारी हासिल कर सकते हैं।

निष्कर्ष – (Conclusion)

रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में दर्द होना एक बहुत भयंकर बीमारी है। रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में दर्द होने पर, दर्द का कारण जानना और सही उपचार करने से आप अपने जीवन की गुणवत्ता में काफी सुधार कर सकते है।

यदि दर्द तेज हो जाता है और लगातार बना रहता है, तो आपको चेकअप और उपचार के लिए डॉक्टर से अवश्य मिलना चाहिए।हमारा इस लेख को लिखने का उद्देश्य अपने पाठकों तक रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में दर्द से संबंधित सभी जानकारी पहुंचाना है।

हमने इस लेख में विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी देने का प्रयास किया है। लेकिन फिर भी यदि आपको बहुत अधिक समस्या है तो अपने डॉक्टर से सलाह के बाद ही दवाई इत्यादि का सेवन करें।

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5 comments

Manish जनवरी 5, 2024 - 11:03 पूर्वाह्न

कसरत करते समय अत्यधिक वजन उठाने की वजह से रीड की हड्डी के नीचे काफी दर्द रहने लगा है कुछ समय से मैं अब कसरत भी नहीं कर पा रहा हूं एलोपैथी दवाइयां इस्तेमाल कर रहा हूं लेकिन कुछ ज्यादा फर्क नहीं पड़ रहा है मैं जानना चाहता हूं कि क्या इसका कोई घरेलू इलाज है जिसका उपयोग करके मैं जल्द से जल्द अपने रीड की हड्डी के नीचे दर्द की समस्या से छुटकारा पा सकूं ??

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Naveen Tripathi मई 9, 2024 - 3:08 अपराह्न

रीड की हड्डी में दर्द की समस्या की वजह से काफी समय तक परेशान था लेकिन जब मैं आपके द्वारा लिखे इस लेख में रीड की हड्डी के दर्द से छुटकारा पाने के घरेलू उपचार के बारे में पढ़ा खास तौर से सेंधा नमक पानी में मिलाकर स्नान करने वाला उपचार यह काफी बेहतरीन जानकारी लगी हमें और मैं अब इसका उपयोग कर रहा हूं और काफी हद तक मैं अपने रीड की हड्डी के दर्द से आराम पा चुका हूं धन्यवाद आपके द्वारा दी गई जानकारी के लिए यह जानकारी मेरे लिए बहुत ही ज्यादा सहायक सिद्ध हुई धन्यवाद।

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vicky सितम्बर 16, 2024 - 12:47 अपराह्न

रीड की हड्डी के बारे में जानकरी अच्छा बताया है पर मेरे कंधे का दर्द नहीं जाता है कंधे के दर्द के बारे में थोड़ा बताओ ताकि उससे आराम मिले

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himanshu सितम्बर 24, 2024 - 5:11 अपराह्न

सोते वक्त मेरी रीढ़ की हड्डी में ज्यादा दर्द होने लगता है तो इसका क्या इलाज है मुझे जल्दी जानकारी देना

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rajeev singh सितम्बर 24, 2024 - 5:13 अपराह्न

सुबह सुबह मेरे पेट में दर्द होने लगता है क्यों होता है कुछ बीमारी भी नहीं है तो ऐसा क्यों होता है तो पेट दर्द के लिए भी कुछ डालो जानकारी

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