दोस्तों यदि कोई बड़ा व्यक्ति पेट की समस्या से जूझ रहा हो तो उसके लिए इसे सहन करना बहुत मुश्किल होता है। खासकर कि यदि किसी बड़े व्यक्ति को भी कब्ज की समस्या हो जाए तो वह विभिन्न दवाइयां का सहारा लेता है ऐसे में यदि शिशु को कब्ज की समस्या हो जाए और उसे पॉटी ना हो रही हो तो वह तो बोलकर अपनी समस्या बता भी नहीं सकता है।
इसीलिए मां को उसका पूरा ध्यान रखना होता है ऐसे में यदि शिशु को यह समस्या हो जाती है तो महिलाएं कई प्रकार के घरेलू नुस्खे से उसे इस समस्या से निजात दिलाने का प्रयास करती है। नीचे हम आपको इन्हीं घरेलू नुस्खे के बारे में बताने जा रहे हैं।
शिशु को पॉटी कराने के घरेलू उपाय
यदि छोटे बच्चों को कब्ज की समस्या हो जाती है तो उसे बार-बार दवाई देना उचित नहीं होता है। क्योंकि छोटी उम्र में बच्चों को अधिक दवाई नहीं खिलानी चाहिए। इसीलिए आइए जानते हैं कब्ज को ठीक करने के घरेलू उपाय।
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- यदि आपका शिशु 6 माह से बड़ा हो गया है और आप उसे ठोस आहार नहीं दे रहे हैं तो उसे कब्ज की समस्या हो सकती है। ऐसे में आप अपने शिशु को ठोस आहार को तरल रूप में देने का प्रयास करें जैसे की सब्जी का पानी। क्योंकि फल और सब्जी दोनों ही फाइबर से भरपूर होती हैं और फाइबर कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद करते हैं इसीलिए आप सब्जी और फल को पीसकर उन्हें तरीदार बनाकर बच्चों को खिलाएं।
- आपने देखा होगा कि जब कोई बड़ा इंसान मल त्याग नहीं कर पाता है तो वह शारीरिक क्रिया करना शुरू कर देता है। वह एक्सरसाइज करता है, टहलता है। ठीक इसी प्रकार बच्चों के साथ भी होता है यदि वह मल त्याग नहीं कर पाते हैं तो उन्हें पैरों की थोड़ी एक्सरसाइज कराएं। उनके पैरों को ऊपर की दिशा में ले जाकर साइकलिंग कराएं। इससे उन्हें मल त्याग करने में आसानी होगी और उन्हें कब्ज की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
- बहुत बार कब्ज की समस्या इसलिए भी हो जाती है क्योंकि मानव शरीर में पानी की कमी हो जाती है। ठीक ऐसा ही बच्चों के साथ भी होता है ऐसी स्थिति में यदि आपका बच्चा 6 माह से बड़ा है तो उसे पानी पिलाए और साथ ही उसे जितना हो सके तरल पदार्थ देने की कोशिश करें इससे कि उसे मल त्याग करने में आसानी होगी। अपने बच्चों को सूप पिलाएं। उन्हें फलों का रस दे, सब्जियों को पीसकर उन्हें तरल बना कर दें।
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- पपीते को फाइबर का बहुत अच्छा स्रोत माना जाता है। पपीता बड़े मनुष्य की कब्ज की समस्या को भी दूर कर देता है और छोटे बच्चों की भी। इसीलिए यदि आपके बच्चे को कब्ज की समस्या हो गई है और वह मल त्याग नहीं कर पा रहा है तो आप उसे पपीते को पीसकर थोड़ा-थोड़ा खिला सकते हैं। इससे कि उसे कब्ज की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
- शायद आपको यह जानकर हैरानी होगी कि टमाटर भी छोटे बच्चों को कब्ज की समस्या से राहत दिला सकते हैं। जी हां, इसके लिए आपको टमाटर का रस बच्चों को पिलाना है। टमाटर का रस बनाने के लिए आपको एक छोटे टमाटर को लेकर उसे एक कप पानी में उबाल लेना है. उबालने के बाद इस पानी को रखकर ठंडा कर लीजिए और अपने शिशु को दिन में 2 से 3 चम्मच यह रस पिलाइए।
- बच्चों को कब्ज होने का एक कारण फाइबर की कमी भी है ऐसे में जरूरी हो जाता है कि उन्हें आप फाइबर भरपूर मात्रा में दें। सेब एक ऐसा फल है जो बच्चों को भरपूर मात्रा में फाइबर दे सकता हैं। जी हां, सेब में घुलनशील फाइबर पाए जाते हैं। यदि आप सेब का बिना छिलका उतारे उसका रस बना लेती हैं और इस रस को अपने बच्चों की एक बोतल दूध में एक ढक्कन मिला देती हैं तो उसे कब्ज से छुटकारा मिल जाता है।
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- हो सकता है कि आपके शिशु की मांसपेशियों में तनाव आ रहा हो। जिस कारण में मल त्याग नहीं कर पा रहा हो। ऐसी स्थिति में यदि आप अपने शिशु को गर्म पानी से नहलाती है तो उसकी मांसपेशियों में आ रहा तनाव दूर हो जाएगा। जिससे कि उसे मल त्याग करने में आसानी होगी और उसकी कब्ज की समस्या दूर हो जाएगी।
- आपमें से कुछ लोगों को यह जानकर हैरानी हो सकती है कि नारियल के तेल को भी बच्चों के कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यदि आपका शिशु 6 माह से बड़ा है और उसे कब्ज की समस्या हो रही है तो इसके लिए आप उसे खाने में दो से तीन मिलीग्राम नारियल का तेल मिलाकर देना शुरू कर दीजिए। वही 6 माह से कम के शिशु को गुदा के आसपास नारियल का तेल लगाना चाहिए इससे उसकी कब्ज की समस्या दूर हो जाती है।
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निष्कर्ष
हम अपने पाठकों को यह सलाह देना चाहते हैं कि वह हमारे द्वारा लिखे गए इस लेख को किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह न माने। यदि उनके बच्चे को तमाम प्रयासों के बाद भी कब्ज की समस्या दूर नहीं हो रही है तो ऐसे में तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना ठीक होता है। यह उपाय थोड़े बहुत कब्ज को अवश्य ठीक कर सकते हैं लेकिन यह किसी भी समस्या की दवा के रूप में काम नहीं करेंगे।
1 comment
क्या वाकई में टमाटर का रस इतना ज्यादा फायदेमंद है छोटे बच्चों की कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए टमाटर के रस के इसी तरह के कोई नुकसान तो नहीं होंगे छोटे बच्चों को ??