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गुप्त रोग का आयुर्वेदिक इलाज क्या है?

by Anjita Yadav

गुप्त रोग की समस्या एक ऐसी समस्या है जिसके बारे में लोग जल्दी से बात करना भी नहीं चाहते। क्योंकि वह इस समस्या को बहुत ही बड़ी समस्या मानते हैं और लोगों के साथ में इस बारे में बात करने की शर्म आते हैं।

लेकिन आप जब भी कहीं जाते होंगे आपको दीवारों पर रेल और बसों से शीघ्रपतन की समस्या से छुटकारा पाने की गारंटी देने वाले कई विज्ञापन देखने को मिल जाते होंगे। आज के इस लेख में हम आपको गुप्त रोग यानी की शीघ्रपतन की समस्या से छुटकारा पाने के आयुर्वेदिक उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं। 

गुप्त रोग से आयुर्वेदिक इलाजों द्वारा छुटकारा पाएं 

आमतौर पर यह देखा गया है कि यदि व्यक्ति अपनी लाइफ स्टाइल में थोड़ी बहुत बदलाव करता है तो वह गुप्त रोग की समस्या से छुटकारा पा सकता है। इसके अलावा कुछ आयुर्वेदिक उपचार ऐसे भी हैं जिनके माध्यम से इस समस्या से छुटकारा पाना सरल है। 

Gupt rog se payen ayurvedic ilaaj se chutkaara

हो सकता है कि आप में से अधिकतर लोग गोक्षुर के बारे में जानते हो। यह आयुर्वेदिक में बहुत ही ख्याति प्राप्त किए हुए हैं और इसका इस्तेमाल गुप्त रोग से छुटकारा पाने के लिए भी किया जा सकता है।

इसका मुख्य उपयोग सेक्स क्षमता बढ़ाने में किया जाता है साथ ही यह शीघ्रपतन की समस्या से भी छुटकारा दिलाता है। यदि व्यक्ति इस्तेमाल इसका इस्तेमाल करता है तो उसकी मांसपेशियां मजबूत हो जाती है साथ ही उसके टेस्टोस्टेरोन की संख्या में भी बढ़ोतरी होने लगती है।

यदि आप गोक्षुर के माध्यम से अपनी समस्या का छुटकारा चाहते हैं तो आपको इसका सेवन दिन में दो बार घी और चीनी में एक-एक चम्मच करना है। हम आपको यह सलाह देना चाहेंगे कि डॉक्टर से पूछने के बाद ही इसका इस्तेमाल करें।

सर्दी, जुकाम और खांसी के दौरान मुलेठी का इस्तेमाल तो आप सभी ने किया होगा। लेकिन हो सकता है कि आपके लिए आश्चर्य जनक हो कि मुलेठी का इस्तेमाल गुप्त रोग की समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी किया जा सकता है।

जी हां मुलेठी आयुर्वेद में बहुत ही अच्छी जड़ी बूटी मानी जाती है। मुलेठी को वात पित्तनाशक के रूप में जाना जाता है। यदि आप मुलेठी के इस्तेमाल से गुप्त रोग का इलाज करना चाह रहे हैं तो आप दिन में इसकी आधी चम्मच दूध या फिर शहद में मिलाकर लेना शुरू कर दीजिए आपको कुछ ही दिनों में आराम दिखना शुरू हो जाएगा।

इसके साथ ही आप यहाँ पर धातु रोग की आयुर्वेदिक दवा के बारे में विस्तार से जान सकते हैं।

गुप्त रोग दूर करने की आयुर्वेदिक तरीके 

गुप्त रोग की समस्या आजकल हर दूसरे व्यक्ति को होती है लेकिन वह इसके बारे में बात नहीं करना चाहता हालांकि यह बहुत ही आम समस्या है और इससे शर्माने की कोई जरूरत नहीं है। 

शरीर की ताकत बढ़ाने के रूप में जानी जाने वाली जड़ी बूटी मकरध्वज के बारे में तो आप सभी ने अवश्य सुना होगा। बात यदि आयुर्वेदिक तरीके से गुप्त रोग का इलाज करने की आती है तो इसका नाम व्यक्ति सबसे पहले लेता है।

इसका इस्तेमाल नपुंसकता को दूर करने के लिए किया जाता है इसके अलावा इस वीर्य बढ़ाने की दवा के रूप में भी जाना जाता है। आप चाहे तो इसके चूर्ण का इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर बाजार में इसकी टैबलेट भी मौजूद है आप वह भी ले सकते हैं।

हालांकि इसका सेवन किस प्रकार से और कितनी मात्रा में किया जाना चाहिए इसका अंदाजा हम नहीं लगा सकते हैं इसीलिए इसके बारे में डॉक्टर से पूछना ही उचित होगा। क्योंकि इसकी खुराक की मात्रा मरीज की स्थिति पर निर्भर करती हैं।

केसर का इस्तेमाल चाय बनाने में किया जाता है वास्तव में केसर एक ऐसा पदार्थ है जिसके बारे में हर व्यक्ति जानता है हालांकि यह बहुत ज्यादा महंगा मिलता है लेकिन यह बहुत ज्यादा फायदेमंद भी होता है।

केसर में ऐसे बहुत से गुण पाए जाते हैं जो आपकी काम उत्तेजना को बढ़ाने में मदद करते हैं यही कारण है कि केसर को गुप्त रोगों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यदि आप केसर के माध्यम से अपने शीघ्रपतन का इलाज जा रहे हैं तो आयुर्वेद में बताएं अनुसार आपको इस दूध में मिलकर इसका सेवन करना चाहिए।

यदि आप नियमित रूप से इसका सेवन करना शुरू कर देते हैं तो आपके सेक्स करने की इच्छा के साथ ही सेक्स करने की ताकत भी बढ़ जाएगी। शीघ्र फायदा देखने के लिए आपको 5 से 7 रेशे केसर के रोज रात को दूध में उबालकर लेनी चाहिए। 

यह भी पढ़ें:- लिँग बढाने की आयुर्वेदिक दवा

आयुर्वेदिक उपचार जो गुप्त रोग के दौरान करने चाहिए 

ऐसे बहुत से आयुर्वेदिक उपचार है जिनका इस्तेमाल यदि गुप्त रोगों के दौरान कर लिया जाए तो आप अपनी समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं। जो व्यक्ति आयुर्वेद के बारे में जानता है वह शतावरी के बारे में न जानता हो ऐसा तो हो ही नहीं सकता।

Ayurvedic upchaar jo gupt rog ke dauraan karne chaahie

वैसे तो शतावरी का इस्तेमाल बहुत सी बीमारियों के दौरान आयुर्वेद ने बताया है लेकिन इसका इस्तेमाल खास तौर से सेक्स की समस्याओं से लड़ने के लिए ही किया जाता है। जो व्यक्ति नियमित रूप से शताब्दी का इस्तेमाल करना शुरू कर देता है उसे बहुत जल्दी ही अपने गुप्त रोग की समस्या में राहत मिलती हुई महसूस होती है।

यदि आप इसके द्वारा अपना इलाज करना चाह रहे हैं तो आपको रोजाना आधा चम्मच शतावरी का चूर्ण शहद या फिर दूध के साथ मिलकर इसका सेवन करना है। हालांकि यदि आप इसके बारे में और जानना चाहते हैं तो आप किसी अच्छे आयुर्वेदाचार्य से सलाह ले सकते हैं।

आप यहाँ पर दिए गए इन सभी विषयों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी हासिल कर सकते है।

निष्कर्ष

गुप्त रोग की समस्या से छुटकारा पाने के आयुर्वेदिक उपाय के बारे में लिखा गया यह लेख आपको पसंद आता है तो हमें कमेंट सेक्शन में अवश्य बताएं यदि आप इस लेख से संबंधित कोई भी जानकारी चाहते हैं या फिर इस लेख से संबंधित कोई भी सुझाव हम तक पहुंचाना चाहते हैं तो वह भी आप हमें कमेंट सेक्शन में बता सकते हैं।

इसके अलावा हम आपको यह सलाह देना चाहते हैं कि किसी भी प्रकार की समस्या का प्रथम निवारण डॉक्टर द्वारा ही संभव है इसीलिए किसी भी प्रकार की जड़ी बूटी का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य करें।

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