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पाइलोनाइडल साइनस क्या होता है– जानिए लक्षण,कारण, इलाज क्या है?

by Dev Pawar

पाइलोनाइडल साइनस कोई छोटी समस्या नहीं है। यही कारण है कि आपको इसके बारे में विस्तार से पता होना आवश्यक है आपको इसके लक्षणों का पता होना चाहिए जिससे कि आप समय रहते इसे पकड़ सके। इसके अलावा आपको इसके कारण और इलाज के बारे में पता होना भी काफी ज्यादा आवश्यक हो जाता है। आज के इस लेख में हम आपको इन सभी चीजों के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।

पाइलोनाइडल साइनस क्या है?

बहुत ज्यादा जानने से पहले हमारे लिए यह जानना आवश्यक है कि आखिर इस शब्द का अर्थ क्या है और यह किस प्रकार की समस्या होती है।

* यह एक प्रकार का स्किन इन्फेक्शन होता है जो कि आपकी शरीर के पिछले हिस्से में या फिर कूल्हों पर होता है। यह बहुत से कारण की वजह से हो सकता है और इस आपको अपने शरीर में इसके बहुत से लक्षण दिखाई देते हैं।

पाइलोनाइडल साइनस के लक्षण क्या है?

यदि आपको इस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ता है तो आपको पहले से ही अपने शरीर में इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं। नीचे हम आपको इसके लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं। 

Pilonidal sinus ke lakshan kya hai

* चलने फिरने में परेशानी: यदि आपको यह समस्या होगी तो इसकी भी बहुत ज्यादा संभावना है कि आपको चलने फिरने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। यदि आपको चलने करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो आपको तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। 

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* त्वचा पर दाने हो जाना: यदि आपको बहुत ज्यादा दाने हो रहे हैं यह काफी ज्यादा लाल हो सकते हैं और इनमें खुजली भी हो सकती है तो आपको तुरंत डॉक्टर से परामर्श करने की आवश्यकता है। हो सकता है आप इस समस्या से जुड़े होंगे।

* संक्रमण वाले हिस्से पर खुजली और जलन: यदि आपको अपने शरीर के पिछले हिस्से पर बहुत ज्यादा खुजली हो रही है और बहुत ज्यादा जलन का सामना करना पड़ रहा है तो यह इस बीमारी का एक लक्षण हो सकता है।

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* बुखार का आना: यदि किसी व्यक्ति को यह समस्या होती है तो इसकी बहुत ज्यादा संभावना हो जाती है कि उसे इसके साथ बुखार भी आए। इसलिए यदि आपको भी अपने शरीर में इस प्रकार की समस्या झेलनी पड़ रही है तो आपके बिना देरी किए डॉक्टर से परामर्श कर लेना चाहिए। 

* मवाद का आना: कई मामले में यह देखा गया है कि यदि व्यक्ति को यह समस्या होती है तो उसे प्रभावित हिस्से से मवाद आना शुरू हो जाता है क्योंकि उसकी यह समस्या बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। यदि आपको भी यह हो रहा है तो बिना देरी किए डॉक्टर को दिखा दीजिए।

पाइलोनाइडल साइनस के कारण क्या है?

यदि आप चाहे तो इसे रोक भी सकते हैं क्योंकि यदि आपको इसके कारणों का पता चल जाता है तो आपसे काफी हद तक रोक पाने में सक्षम होंगे।

* बालों के छिद्रों में संक्रमण: यदि आपको अपने बालों के छिद्रों में संक्रमण होता है तो इसकी बहुत संभावना है कि आपको पाइलोनाइडल साइनस हो सकता है।

Pilonidal sinus ke karan kya hai

* त्वचा का साफ ना होना: कई बार ऐसा होता है कि आपने त्वचा की देखभाल नहीं कर पाते। यदि आपने ऐसा ही किया है और आपकी त्वचा की सफाई में कमी हो रही है तो आपको यह समस्या उत्पन्न हो सकती है। 

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* वंशानुगत कारक: यह वंशानुगत भी हो सकता है मान लीजिए यह आपके पिताजी को है तो इसकी भी काफी ज्यादा संभावना होगी कि यह समस्या आपको भी हो जाए।

पाइलोनाइडल साइनस का घरेलू इलाज

कई मामलों में यह देखा गया है कि घरेलू इलाज के माध्यम से भी इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। नीचे हम आपको इस समस्या के घरेलू इलाज के बारे में ही बता रहे हैं।

Pilonidal sinus ka ghrelu ilaz

* त्वचा को साफ सुथरा रखें: यदि आप इस प्रकार की समस्या को घर में मात देना जा रहे हैं तो इसके लिए बहुत ज्यादा आवश्यक हो जाता है कि आप अपनी त्वचा को साफ सुथरा रखें। जब व्यक्ति की त्वचा साफ सुथरी रहती है तो उसे किसी भी प्रकार का संक्रमण नहीं हो पाता है। 

* एंटीसेप्टिक साबुन से नहाएं: यदि आप चाहते हैं कि आप इस समस्या को घरेलू इलाज के साथ खत्म करें तो बता दे कि आपको अपने नहाने में हमेशा ही एंटीसेप्टिक साबुन का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि एंटीसेप्टिक साबुन आपको किसी भी प्रकार के स्किन इन्फेक्शन से रोक सकता है। 

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* नीम का उपयोग करें: यदि आपको यह समस्या नहीं भी है तो भी आपको हफ्ते में एक बार नीम के पत्तों के पानी से नहाना चाहिए। क्योंकि नीम के पत्तों में बहुत से बीमारियों का अंत करने की ताकत होती है और यदि आपको यह बीमारी है तो आपको नहाने के लिए नीम के पत्तों का पानी ही इस्तेमाल करना चाहिए। 

* गरम पानी की सिकाई: यदि आप वास्तव में चाहते हैं कि आपको इस समस्या से छुटकारा मिले तो आपको गर्म पानी की सिकाई का सहारा लेना चाहिए। आपको प्रभावित हिस्से पर गर्म पानी से सिकाई करनी शुरू कर देनी चाहिए ऐसा करने से आपको काफी ज्यादा राहत मिलने की संभावना है। आपको गर्म पानी की बोतल से सिकाई करनी चाहिए। 

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* प्याज भी है फायदेमंद: आपको अपनी डाइट में प्याज का सेवन करना शुरू कर देना चाहिए। ऐसा करने से आपको इस समस्या से राहत होने की काफी ज्यादा संभावना बनी रहती है प्याज को इसके घरेलू उपाय में गिना जाता है। हालांकि यहां पर हमें यह स्पष्ट नहीं है कि आपको प्याज का इस्तेमाल किस प्रकार से करना है। यदि आप प्याज के माध्यम से इस बीमारी का अंत करना चाह रहे हैं तो आपको विशेषज्ञ से इस के इस्तेमाल करने के तरीके के बारे में पूछना चाहिए।

हमें उम्मीद है कि आपको पाइलोनाइडल साइनस के बारे में हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख काफी ज्यादा पसंद आया होगा और अब आपको इस शब्द से संबंधित सभी प्रकार के अपने मन में उठ रहे प्रश्नों का उत्तर मिल गया होगा। लेकिन यहां पर हमने आपको इसके जो भी इलाज बताए हैं यदि आप उन्हें करवाना चाहते हैं तो आपको पहले विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए या फिर इसके लक्षण आपको अपने शरीर में दिखाई देते हैं तो भी विशेषज्ञ से परामर्श करें क्योंकि यह लेख एक चिकित्सा लेख नहीं है।

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