भारत के विभिन्न देशों में ऐसी विभिन्न चीजें उगाई जाती हैं जो कि स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छी होती है। ऐसा ही है दक्षिण भारत में उगाया जाने वाला रागी। आपमें से बहुत कम लोग जानते होंगे कि रागी को हिंदी में क्या कहा जाता है।
लेकिन आप सभी ने कभी ना कभी इसके बने हुए लड्डू, कुकीज या फिर पकोड़े अवश्य खाए होंगे। आज के इस लेख में हम आपको यही बताएंगे कि रागी को हिंदी में क्या कहते हैं। साथ ही हम आपको इसके उपयोगों के बारे में भी बताएंगे।
रागी को हिंदी में क्या कहते है?
बेशक आप में से अधिकतर लोगों ने रागी का इस्तेमाल किया होगा और आप में से बहुत से लोग तो ऐसे होंगे जो आज भी इसका इस्तेमाल कर रहे होंगे। लेकिन सभी को इसका हिंदी नाम नहीं पता होगा दरअसल रागी को हिंदी में मंडुआ कहा जाता है।
अब जब हम यह जान चुके हैं कि रागी को हिंदी में क्या कहते हैं। तो आईए जानते हैं कि रागी को खाने से कौन-कौन से फायदे होते हैं।
रागी के विभिन्न उपयोग
हम पहले भी बता चुके हैं कि रागी के एक से अधिक उपयोग होते हैं नीचे एक-एक कर हम इसके सभी उपयोगों पर प्रकाश डालने का प्रयास करने जा रहे हैं।
- रागी में फाइबर की मात्रा बहुत ज्यादा पाई जाती है और इस बात को नकारा नहीं जा सकता है कि फाइबर को खाने से वजन कम होता है। क्योंकि जब हम फाइबर वाले भोजन का सेवन करते हैं तो हमें भूख कम लगती है जिससे कि हम कम खाते हैं और हमारा वजन कम होने लगता है।
- रागी का सेवन कर ब्लड शुगर को भी कंट्रोल में रखा जा सकता है। इसके लिए आप रागी का इस्तेमाल किसी भी रूप में कर सकते हैं यह आपके ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखेगा।
- इन सबके अलावा रागी में प्रोटीन की मात्रा भी पाई जाती है और प्रोटीन की मदद से मांसपेशियों का निर्माण होता है। यदि आप अपनी डाइट में रोजाना थोड़ी-थोड़ी रागी शामिल कर लेते हैं तो इससे आपका फैट नहीं बढ़ेगा।
- रागी को एनीमिया दूर करने के लिए भी जाना जाता है क्योंकि रागी को खाने से शरीर में आयरन की कमी नहीं होती है। इसीलिए यदि कोई व्यक्ति एनीमिया से जूझ रहा है तो उसे अपनी डाइट में रागी को शामिल कर लेना चाहिए क्योंकि इससे उसका हीमोग्लोबिन भी कम नहीं होगा।
- इन सबके अलावा रागी को खाने से आपको स्ट्रेस और तनाव से भी छुटकारा मिल सकता है। क्योंकि इसमें बहुत ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। जो की नींद आने की समस्या को भी भगा देते हैं और आपको एंजायटी और डिप्रेशन जैसे समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है। कुल मिलाकर यदि आप रागी का सेवन करते हैं तो आपकी मेंटल हेल्थ काफी सही रहती है।
- हम पहले भी बता चुके हैं कि इसमें कैल्शियम की मात्रा बहुत ज्यादा पाई जाती है और कैल्शियम को हड्डी की मजबूती के लिए जाना जाता है। इसीलिए यदि आप अपनी डाइट में रागी शामिल करते हैं तो आपकी हड्डी मजबूत रहेगी। शिशु और प्रेग्नेंट महिलाओं को रागी खाने की सलाह दी जाती है जिससे कि उनकी हड्डियां मजबूत रहे।
शायद आपको यह जानकर हैरानी होगी की रागी का इस्तेमाल डायबिटीज में भी किया जाता है। जी हां इसमें पॉलीफेनॉल की मात्रा के साथ ही फाइबर भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है और यह दोनों ही तत्व ब्लड शुगर के लेवल को कम करने के लिए जाने जाते है। इसीलिए आपको अपने नाश्ते में या तो रागी की बनी हुई रोटी या फिर रागी के बने हुए चीले का सेवन करना चाहिए।
रागी के साइड इफेक्ट्स
जिस चीज को खाने से फायदे होते हैं उस चीज को खाने से कुछ नुकसान तो अवश्य ही होते हैं। इसी क्रम में आइए जानते हैं कि रागी को खाने से कौन-कौन से नुकसान हो सकते हैं।
- यदि आप गर्मियों के मौसम में इसका बहुत ज्यादा सेवन करेंगे तो हो सकता है कि आपको डायरिया और कब्ज की समस्या उत्पन्न हो जाए।
- गर्मियों के मौसम में ज्यादा रागी खाने से पेट में गैस बनती है।
- किडनी की पथरी वाले लोगों को रागी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। वही किडनी से जुड़े किसी भी रोग वाले व्यक्ति को भी रागी नहीं खानी चाहिए क्योंकि इसमें कैल्शियम की मात्रा अधिक पाई जाती है।
- थायराइड के मरीजों को भी रागी का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है।
निष्कर्ष
इस लेख में हमने आपको रागी से जुड़े विभिन्न प्रश्नों का उत्तर देने का प्रयास किया है जैसे कि हमने आपको यह बताया कि रागी को हिंदी में क्या कहा जाता है। इसके अलावा हमने आपको इसके बहुत से उपयोग भी बताए हैं।
लेकिन इसका इस्तेमाल किसी भी प्रकार की दवा के रूप में नहीं किया जाए क्योंकि यह किसी रोग को बढ़ने से रोक सकती है लेकिन उसका अंत नहीं कर सकती।