प्रत्येक व्यक्ति जो रोटी खाता है वह गेहूं की बनी होती है। लोग इस बात को सोच भी नहीं सकते हैं कि गेहूं भी अलग-अलग प्रकार के होते हैं। वह तो सिर्फ आटा जानते हैं लेकिन वह आटा अलग-अलग गेहूं से बना होता है। आज के इस लेख में हम आपको यही बताएंगे कि गेहूं कितने प्रकार के होते हैं तथा उनसे कौन-कौन से लाभ होते हैं। इसके अलावा हम आपको गेहूं से जुड़ी और भी जानकारी देने का प्रयास करेंगे।
गेहूं कितने प्रकार के होते हैं?
नीचे हम आपको गेहूं के प्रत्येक प्रकार से जुड़ी जानकारी देंगे। पहले हम आपको विभिन्न प्रकार के गेहूं के नाम बताएंगे फिर यह भी बताएंगे कि इन्हें किस प्रकार उगाया जाता है तथा इससे क्या लाभ होते हैं।
* अजीत 349 हाइब्रिड गेहूं: किसान भाइयों की दृष्टि से देखा जाए तो यह एक उत्तम श्रेणी का गेहूं होता है। और इसकी उपज अन्य गेहूं के मुकाबले ज्यादा होती है। इस गेहूं की अवधि 135 से 140 दिन तक हो सकती है।
जैसा कि हम बता चुके हैं कि इसकी उपज काफी अच्छी होती है इसकी एक गुच्छे में 45 से 50 दाने तक उग आते हैं। यहां तक की यह कीटों से लड़ने की भी सहनशक्ति रखता है।
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* मुकुट प्लस गेहूं: इस गेहूं को तैयार होने में 125 से 130 दिन तक लग जाते हैं लेकिन यह एक बहुत ही खास किस्म की गेहूं होती है। इसके कल्ले फूटने की क्षमता बहुत ज्यादा अधिक होती है यही कारण है कि यह गेहूं अन्य गेहूं से अलग होता है। इसके फूलों के गुच्छे बहुत बड़े होते हैं और बहुत मोटे भी होते हैं। इस गेहूं को रोगों के प्रति प्रतिरोधक गेहूं के रूप में जाना जाता है। और यह भी उपज के मामले में बहुत उच्च क्षमता रखता है।
गेहूं के प्रकार तथा उनके लाभ
अब तक हम आपको कुछ विशेष किस्म की गेहूं के बारे में बता चुके हैं। नीचे भी इसी बात को जारी रखते हुए हम आपको और गेहूं के प्रकार के बारे में बताएंगे।
* अजीत 102 हाइब्रिड गेहूं: इस गेहूं को तैयार होने में 100 से 103 दिन तक लग जाते हैं जो अन्य गेहूं के तैयार होने में लगने वाले समय से कम है। इस गेहूं की खास बात यह है कि इसका दाना बहुत ही चमकदार होता है और अम्बर रंग का होता है। इसके एक गुच्छे में आपको 40 से 45 दाने तक मिल जाएंगे।
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1 हेक्टेयर में इसे 50 से 55 क्विंटल तक उगाया जा सकता है। इसके आटे से बनी रोटी बहुत ही ज्यादा नरम होती है। इसे बहुत ज्यादा उपज की जरूरत नहीं होती है और इसकी सिंचाई को भी ज्यादा पानी नहीं लगता है।
* गोल हाइब्रिड गेहूं: इस वाले गेहूं को बनने में 130 से 135 दिन तक जाते हैं। और इस के पौधे की ऊचाई 98 से 105 तक सेंटीमीटर हो सकती है। इसके दाने भी एम्बर रंग के ही होते हैं। इसके दोनों में कभी भी जंग नहीं लगता है। यदि आप एक परफेक्ट रोटी बनाना चाह रहे हैं तो इस गेहूं का इस्तेमाल कर सकते हैं।
विभिन्न प्रकार के गेहूं और उनके लाभ
ऊपर कुछ गेहूं की किस्म के बारे में आप जान चुके हैं। नीचे कुछ और किस्म के बारे में हम आपको बताने का प्रयास कर रहे हैं।
* अजीत 109 हाइब्रिड गेहूं: इसके नाम से ही पता चल रहा है कि यह भी एक हाइब्रिड गेहूं है। इसे लगाने के बाद इसे तैयार होने में 105 से 110 दिन तक लग जाते हैं। इसके दाने भी अंबर रंग के ही होते हैं।
इसे उगाने के लिए ज्यादा नमी की आवश्यकता नहीं होती है ना ही ज्यादा गर्म की आवश्यकता होती है। यदि इसके पत्ते और तनों पर जंग लग जाता है तो इस बात का खतरा नहीं होता है कि इसके फल को भी जंग लग जाएगा।
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* श्रीराम सुपर 111 गेहूं: इस गेहूं की खास बात यह है कि इसे भूरे रतुआ रोग से बचने के लिए कुछ खास जतन नहीं करने पड़ते क्योंकि यह खुद ही उस रोग के प्रति बहुत ज्यादा सहनशील है। मोटे और चमकदार दोनों वाला यह एक खास किस्म का गेहूं है। यह जल्दी उग जाता है और इसकी बुवाई भी बहुत ज्यादा देरी से होती है आप चाहे तो इस अक्टूबर नवंबर में उगा सकते हैं।
यदि आप इस लेख को सामान्य जानकारी के उद्देश्य से पढ़ते हैं तो आपको गेहूं से जुड़ी जानकारी जानकर बहुत ही हैरान हुई होगी। क्योंकि यहां पर हमने आपको यह बताया है कि गेहूं के कितने प्रकार होते हैं।
जबकि अधिकतर लोग गेहूं के प्रकार के बारे में सोचते भी नहीं है। हमने आपको यह भी बताया है कि गेहूं के प्रकार से जुड़े कौन-कौन से लाभ होते हैं। यदि आप चाहते हैं कि हम भविष्य में इसी प्रकार के और लेख लेकर आए तो आप हमें कमेंट सेक्शन में बता सकते हैं।