जैसा कि हम पहले भी बता चुके हैं कि भारत में बहुत सी फसलें उगाई जाती है। इनमें कई मोटे अनाज शामिल है तो बहुत सी सब्जियां और फल भी शामिल है।
भारत के मोटे अनाज देश विदेश में प्रख्यात है और ऐसे बहुत से देश हैं जिनमे भारत से ही मोटे अनाज भेजे जाते हैं।
इसी क्रम में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि Barley को हिंदी में क्या कहते हैं। साथ ही हम आपको इसके फायदे और नुकसान के बारे में भी बताएंगे। तो आइए शुरूआत करते हैं आज के इस लेख की।
बारले को हिंदी में क्या कहते हैं?
इस लेख में आगे बढ़ने से पहले सबसे जरूरी प्रश्न यह उठता है कि बारले को हिंदी में क्या कहा जाता है? क्योंकि आपमें से बहुत से लोग होंगे जो भले ही इसका अंग्रेजी नाम नहीं जानते हो लेकिन हिंदी में इसे अवश्य जानते होंगे।
Barley को हिंदी में जौ कहा जाता हैं। यकीनन अब आप में से बहुत से लोगों को इसके बारे में बहुत सी बातें याद आ गई होगी। तो आइए इसके फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से जानते हैं।
इसके साथ-साथ आप यहां पर chia seeds in hindi में विभिन्न प्रकार के महत्वपूर्ण जानकारी का अध्ययन कर सकते हैं।
बारले के कौन कौन से फायदे होते है? – (What are the Benefits of Barley in Hindi)
आइए सबसे पहले जौ के फायदे जानने से शुरुआत करते हैं। नीचे हम आपको जौ के कुछ अद्भुत फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं।
- यदि आप भी मौसम बदलने के कारण होने वाले सर्दी जुकाम से परेशान है तो ऐसे में बारले आपकी बहुत मदद कर सकता है। इसके लिए आपको बारले के सत्तू को घी में मिलाकर खाना है। ऐसा करने से आपके नजले के अलावा आपको हिचकी की समस्या से भी राहत मिलेगी।
- गुलम नामक रोग में भी बारले से बनी खाद्य पदार्थ खाने से राहत मिलती है। इसके लिए आपको बारले से बने हुए खाद्य पदार्थ में नमक को मिलाकर इसका सेवन दूध के साथ करना है।
- अक्सर ऐसा होता है कि व्यक्ति बाहर का फास्ट फूड या फिर पैकेट फूड खा लेता है जिससे कि उसे दस्त लगने की समस्या हो जाती है। जो की बहुत सी दवाइयां लेने के बाद भी ठीक नहीं होती। ऐसे में यदि आप जौ के बने हुए काढ़े का सेवन करते हैं तो आपको काफी राहत मिलेगी।
- कुष्ठ रोग के मरीजों को भी बारले से बने हुए खाद्य पदार्थ खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह कुष्ठ रोग को काफी हद तक ठीक करने में मदद करते हैं।
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बारले को खाने से होने वाले नुकसान
वैसे तो जौ का सेवन करना अधिकतर लोगों के लिए सुरक्षित माना जाता है। लेकिन कुछ मामलों में यह नुकसान भी पहुंचा सकता है। जो हम आपको नीचे बताने जा रहे हैं।
- यदि इसे जरूर से ज्यादा मात्रा में खा लिया जाए तो यह पेट खराब होने का कारण बन जाता है।
- यदि जरूरत से ज्यादा मात्रा में इसे खा लिया जाता है तो हो सकता है यह एलर्जी का कारण बन जाए यदि आपके मामले में भी ऐसा हो रहा है तो आपके लिए जरूरी हो जाता है कि आप तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
- सीलिएक रोग या ग्लूटेन से एलर्जी हो जाने वाले व्यक्ति को भी बारले का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह उनकी एलर्जी को बढ़ा सकता है साथ ही यह उनके लिए एलर्जिक रिएक्शन भी उत्पन्न कर सकता है।
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बारले को किन रूपों में उपयोग किया जा सकता है? – (In what forms barley can be used in Hindi)
सबसे जरूरी यह है कि आप यह जाने कि Barley का उपयोग किस तरह से किया जाना चाहिए जिससे कि आपको इसके फायदे हो सके। जौ को भारतीय घरों में बहुत से रूपों में इस्तेमाल किया जाता है।
ध्यान दें: ब्राह्मी चूर्ण के फायदे
क्योंकि बारले को खाने से सिर्फ एक नहीं बल्कि बहुत से फायदे होते हैं। नीचे हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि आप इसे किस-किस रूप में उपयोग कर सकते हैं।
- आप चाहे तो जौ का आटा बनाकर इसकी रोटी बना सकते हैं।
- कुछ लोग Barley का सूप बनाकर पीना पसंद करते हैं।
- कुछ लोग इसे अन्य मोटे अनाजों के साथ मिलवा कर पीस लेते हैं और फिर उसकी रोटी खाते हैं। क्योंकि ऐसा करना बहुत फायदेमंद साबित होता है और यह शरीर को काफी पोषक तत्वों के साथ शक्ति भी प्रदान करता है।
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निष्कर्ष
हम आशा करते हैं कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख अवश्य पसंद आया होगा। हमारे द्वारा लिखे गए इस लेख से आपको यह जानने में मदद मिली होगी कि Barley को हिंदी में क्या कहते हैं। साथ ही आपको इसके फायदे और नुकसान के बारे में भी पता चल गया होगा।
लेकिन हम आपको यह सलाह भी देना चाहते हैं कि इसे किसी भी प्रकार की दवाई के रूप में इस्तेमाल न किया जाए। यह किसी रोग की रोकथाम के लिए अवश्य इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन इलाज के लिए नहीं।
1 comment
Barley के उपयोग के बारे में हमने यहां पर विभिन्न प्रकार की जानकारी हासिल की है और इसे होने वाले फायदे के बारे में हम जानकर काफी प्रसन्न हुए हैं हम जानना चाहते हैं कि इसका काढा किस प्रकार बनाया जाता है ताकि इसके उपयोग से दस्त की समस्या से तुरंत निजात पाई जा सके ??