डॉक्टर के पर्चे पर डॉक्टर दवाओं के साथ ही आपके पर्चे और भी काफी जानकारी लिखी होती है। जैसे आपको क्या खाना है क्या नही? दवा का उपयोग किस प्रकार करना है? लेकिन सभी के लिए डॉक्टर की हैंडराइटिंग समझ पाना संभव नहीं होता है डॉक्टर अपने पर्चे पर बहुत सी ऐसी बातें लिखते है जिनके बारे में हम नही समझ पाते। क्योंकि इन शॉर्ट फॉर्म का ज्ञान या तो किसी मेडिकल के छात्र को होता है या फिर मेडिकल से संबंधित क्षेत्र वाले व्यक्ति को।
ODHS की फुल फॉर्म क्या है?
इस शब्द का अर्थ आप इस शब्द की फुल फॉर्म को जानने से ही समझ जाएंगे। इसकी फुल फॉर्म है वनस डेली, एट बेडटाइम विद द मील एंड प्लेंटी ऑफ़ वाटर इसका हिंदी में अर्थ होता है कि रोजाना एक बार, सोते वक्त, खाने के बाद खूब सारे पानी के साथ। देखा कितना आसान सा था इस शब्द के अर्थ को समझना। दरअसल डॉक्टर अपने पर्चे में जिस भी दवा के सामने यह लिखते हैं उसका अर्थ होता है कि आपको इस दवा का सेवन दिन में एक बार करना है।
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सोने से पहले, भोजन के साथ और आपको खूब सारे पानी के साथ इस दवा को लेना है। जिस भी दवा के सामने आपको यह लिखा हुआ दिखे यह उस दवा से संबंधित प्रिस्क्रिप्शन होता है।
इस सामान्य से शब्द में बहुत से निर्देश छुपे होते हैं जो कि डॉक्टर अपने मरीज को देना चाहता है। इससे उसे यह पता चल जाता है कि उसे इस दवा का सेवन दिन में कितनी बार करना है। यह भी पता चल जाता है कि उसे इस दवा का सेवन दिन में किस वक्त करना है। यह भी पता चल जाता है कि वह इस खाली पेट ले या फिर खाना खाने के बाद लें। यह पता चल जाता है कि उसे इस दवा का सेवन किसके साथ करना है और किस रूप में करना है यानी की गोली के रूप में या पाउडर के। साथ ही इस दवा को पानी से लेना है या फिर दूध आदि से लेना है।
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सरल से शब्दों में इसका उत्तर है कि इस दवा का इस्तेमाल खाने के बाद पानी के साथ किया जाना चाहिए और इस दवा को लेने के बाद व्यक्ति को खूब पानी पीना चाहिए जिससे की उसे डिहाइड्रेशन की समस्या ना हो।
ODHS लिखने का कारण
बहुत से लोगों के मन में यह प्रश्न भी रहता है कि डॉक्टर हमें निर्देश ही तो देना चाहते हैं फिर वह अपने पर्चे पर ODSH जैसे बहुत से नुस्खे क्यों लिखते हैं तो इसका उत्तर हम आपको बहुत ही सरल शब्दों में देने का प्रयास करेंगे।
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डॉक्टर के पर्चे में इन नुस्खों का इस्तेमाल आज से ही नहीं बल्कि बहुत पहले से किया जाता रहा है या फिर यह कहिए की डॉक्टरी की लाइन में नुस्खों का इस्तेमाल करना एक बहुत ही आम सी बात है और यह एक तरह की परंपरा है जिससे कि मरीज का वक्त और डॉक्टर वक्त बचाया जा सके। क्योंकि उसको को लिखने से डॉक्टर के लिए चीज आसान हो जाती हैं और उसे बहुत लंबी-लंबी चीज लिखने की जरूरत नहीं होती है और यह भविष्य के लिए भी जरूरी होता है। क्योंकि जब डॉक्टर किसी दवा के सामने यह नुस्खे लिख देता है तो मरीज इन्हें घर जाकर भी देख सकता है। जिससे कि यदि वह कोई निर्देश भूल गया हो तो इन उसको को पढ़कर वह निर्देशों को अच्छी प्रकार से समझ सके।
* नुस्खों को लिखने से व्यक्ति को यह बात भी पता चल जाती है कि दवा को ठीक प्रकार से किस तरह लिया जा सकता है और इसके सर्वोत्तम फायदे से किस तरह से लेने से मिलेंगे। इससे मरीज किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव से भी बचा रहता है और भविष्य में उसे कई कठिनाई भी इस प्रकार के नुस्खे द्वारा नहीं होती है।
ODHS के उपयोग के उदाहरण
ODHS नुस्खे का इस्तेमाल डॉक्टर कई प्रकार की बीमारियों के दौरान करते हैं वह इन्हें कहीं प्रकार की बीमारियों की दवा लिखते वक्त उनके सामने दिखते हैं या फिर इसी यह निर्देश डॉक्टर कई प्रकार की दवाइयां के साथ देते हैं। नीचे हम आपको उन रोगों के बारे में बता रहे हैं जिनके दौरान डॉक्टर ओ डी एच एस का उपयोग करते हैं।
* कोलेस्ट्रॉल वाले व्यक्ति की दवा को लिखते वक्त डॉक्टर इस नुस्खे का इस्तेमाल करते हैं।
जानिए : डॉक्टर द्वारा लिखा गया प्रिस्क्रिप्शन पर्चा कैसे पढ़ा जाए?
* यदि किसी व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है और डॉक्टर उसके लिए दवा लिख रहे हो तो वह इस नुस्खे का इस्तेमाल करते हैं।
* ऑस्टियोपोरोसिस के इलाज के लिए डॉक्टर जिन दवाओं को निर्देशित करते हैं उनके दौरान भी यह नुस्खा अपनाया जाता है।
हमने इस लेख के माध्यम से आपको डॉक्टर के पर्चे में इस्तेमाल किए जाने वाले शब्द ऑडीएसएच के बारे में जानकारी देने का प्रयास किया है। सबसे जरूरी कि हमने आपको इस लेख में इसकी फुल फॉर्म बताई है। जिससे कि आपको अब डॉक्टर के पर्चे को पढ़ने में आसानी होगी। लेकिन इसे किसी भी प्रकार की चिकिसीय लेख की दृष्टि से ने देखा जाए।