जब आप डॉक्टर को दिखाने के लिए जाते हैं और उसे अपनी बीमारी के बारे में बताते हैं तो वह आपकी बीमारी और आपकी स्थिति को देखते हुए आपके लिए बहुत सी दवाइयां लिखता है। ऐसे में वह पर्चे में विभिन्न प्रकार की बातें लिखता है। लेकिन सभी लोग इन बातों को नहीं समझ पाते हैं क्योंकि वह बहुत सी शॉर्ट फार्म का इस्तेमाल भी करता है। हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि प्रिस्क्रिप्शन में ओडीएसी (ODAC) का अर्थ क्या होता है और इसकी इष्टतम खुराक और सटीक देखभाल के बारे में भी हम आपको बताएंगे।
प्रिस्क्रिप्शन में ODAC का अर्थ
आइए सबसे पहले यही जानने से शुरुआत करते हैं कि आखिर ODAC का अर्थ क्या होता है।
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* ऑप्टिमल डोज़ेज एंड एक्यूरेट केयर यह ODAC का संक्षिप्त अर्थ है। यह तो इस शब्द की फुल फॉर्म की बात हुई लेकिन यह जानना जरूरी है कि आखिर इस फुल फॉर्म के पीछे का मतलब क्या है जो हम नीचे जानेंगे।
* यह शब्द डॉक्टर के द्वारा मरीज की स्थिति को देखते हुए उसे सही खुराक निर्धारित करने से लेकर संबंधित है। जब भी आप डॉक्टर के पर्चे में यह लिखा देखते हैं तो आपको समझ जाना चाहिए कि रोगी की स्थिति, वजन और आयु जैसे कारकों को देखने के बाद डॉक्टर ने उसे दवाई लिखते वक्त और उसका उपचार करते वक्त बेहद सावधानी बरती हैं।
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इसे आप अन्य शब्दों में इस प्रकार समझ सकते हैं कि डॉक्टर ने मरीज की स्थिति को देखने के बाद उसे दवा की जो खुराक निर्धारित की है वह उसे ठीक करने के लिए पर्याप्त है और उसे निर्धारित करते वक्त डॉक्टर द्वारा बहुत सी सावधानियां बरतने के बाद ऐसा किया गया है।
प्रिस्क्रिप्शन में ODAC का क्या महत्व होता है?
प्रिस्क्रिप्शन में ODAC का अर्थ जानने के बाद यह जानते है कि प्रिस्क्रिप्शन में ODAC का महत्व क्या होता है। क्योंकि दवाई के पर्चे में प्रत्येक शब्द का अपना एक अलग महत्व होता है।
* इस शब्द को इस्तेमाल करने के पीछे का महत्व मरीज की सुरक्षा को निहित किया जाए। इसके अलावा यह बताया जा सके कि यह उपचार मरीज के लिए प्रभावी साबित होगा। जब इस शब्द के माध्यम से डॉक्टर मरीज को दवा की खुराक निर्धारित कर देता है तो इससे उसे कम दवा लेने का जोखिम नहीं रहता। इसके ठीक विपरीत यदि वह ज्यादा मात्रा में दवा ले लेता है तो उसे कई प्रकार के साइड इफेक्ट होने का खतरा बना रहता है।
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लेकिन जब डॉक्टर इस शब्द को इस्तेमाल कर मरीज के लिए दवा लिखता है तो उसे पता होता है कि उसे कितनी दवा कितनी मात्रा में लेनी है इससे उसे किसी भी प्रकार के जोखिम का खतरा नहीं रहता है। इससे वह किसी भी प्रकार के फालतू उपचार को लेने से बच जाता है।
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ODAC इस बात को सुनिश्चित करता है कि मरीज को जो खुराक दी जा रही है वह उसकी स्थिति को देखते हुए ठीक है। और यदि वह इस दवा को लेता है तो इससे उसे अधिकतम लाभ होगा साथ ही किसी प्रकार के साइड इफेक्ट होने की संभावना बहुत ज्यादा कम हो जाएगी।
यदि ODAC को न माना जाएं तो
कई मामलों में देखा गया है कि यदि ODAC शब्द को नहीं माना जाए या फिर ODAC एक प्रकार का निर्देश है यदि इस निर्देश का पालन नहीं किया जाता है तो मरीज को कई प्रकार के साइड इफेक्ट्स देखने को मिलते हैं। साथ ही उसे दवा भी ठीक से असर नहीं करती है।
वास्तव में डॉक्टर के पर्चे में जो भी बात लिखी होती है उस मरीज को बहुत ही ध्यान में रखकर मानना चाहिए। तभी वह सही मायने में ठीक हो पाएगा।
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* यदि आप इष्टतम खुराक लेते हुए अपनी सटीक देखभाल नहीं करते हैं जो की ODAC शब्द के मायने को दर्शाता है तो आपको काफी प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इन निर्देशों का पालन ने करके आपके स्वास्थ्य पर तो असर पड़ेगा ही साथ ही आपका उपचार भी प्रभावित होने लगेगा आपको जितना भी फायदा हुआ था वह सभी धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा।
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ODAC एक ऐसा दिशा निर्देश है जो आपको किसी भी दवा के साथ परस्पर किया होने के बारे में भी बताते हैं ऐसी स्थिति में यदि आप इस दिशा निर्देश का ठीक से पालन नहीं करते हैं या फिर इसकी ओर ठीक से ध्यान केंद्रित नहीं करते हैं तो आपको इस बात की संभावना बढ़ जाती है कि आपको किसी दवा के साथ परस्पर क्रिया हो सकती है।
प्रिस्क्रिप्शन में ODAC का का अर्थ जानने के बाद अब भविष्य में आपको कभी भी ODAC शब्द से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। लेकिन यहां हमने विभिन्न स्रोतों से जानकारी एकत्रित करने के बाद एक सामान्य लेख की तरह लिखा है। इसलिए इस लेख को किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह की तरह या फिर चिकित्सीय लेख की तरह ना पढ़ा जाए।