आजकल ग्लूटेन फ्री प्रोडक्ट बहुत ज्यादा प्रचलन में आ गए हैं लोग अक्सर इसकी बातें करते नजर आते हैं। क्योंकि कुछ लोगों को ग्लूटेन से एलर्जी होती है।। ऐसी ही एक बीमारी है सिलिएक की बीमारी जिसमें रोगी को ग्लूटेन से एलर्जी होती है और यदि आप भी ग्लूटेन फ्री आटा खाना चाहते हैं तो आपको इस घर पर बनाने का तरीका आना चाहिए। इसी क्रम में आज हम आपको बताएंगे कि ग्लूटेन फ्री आटा कैसे बनाया जाता है।
ग्लूटेन क्या होता है?
ग्लूटेन फ्री आटा बनाने की विधि जानने से पहले आपके लिए यह जरूरी है कि आप यह जाने की ग्लूटेन क्या होता है। गेहूं का प्रोटीन वाला वह हिस्सा जो आटे को गूथने में मदद करता है और आटे को लचीला बनाने का काम करता है ग्लूटेन कहलाता है।
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आटे को मुलायम बनाने का कार्य भी यही करता है लेकिन यदि किसी व्यक्ति को ग्लूटेन से एलर्जी है और वह इस ग्लूटेन वाले आटे का सेवन करता है तो उसकी छोटी आंत को नुकसान होने का खतरा सदैव बना रहता है। जिस कारण से ऐसे व्यक्तियों का पेट खराब हो जाता है और उन्हें विभिन्न पाचन संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न हो जाती है।
ग्लूटेन फ्री आटा बनाने के लिए क्या क्या चाहिए?
यदि आप ग्लूटेन फ्री आटा बनाना चाह रहे हैं तो आपको कुछ सामग्री की आवश्यकता होगी इसके बारे में हम आपको नीचे बता रहे हैं।
* 1 ½ कप ब्राउन राइस आटा
* ¼ कप साबूदाना स्टार्च
* ½ कप पोटैटो स्टार्च
* 1/4 कप चावल का आटा
ग्लूटेन फ्री आटा बनाने की विधि
ऊपर हमने आपको जो भी चार सामग्रियां बताई है। यदि आप इन चारों सामग्रियों को अच्छे से मिला लेते हैं तो आपकी ग्लूटेन फ्री आटा तैयार हो जाता है। जी हां ग्लूटेन फ्री आटा बनाना बहुत ज्यादा मुश्किल नहीं है। बस इन चार सामग्री को मिलाने से ग्लूटेन फ्री आटा बनकर तैयार हो जाता है और आपके खाने के लिए भी तैयार है।
ग्लूटेन फ्री आटे के विकल्प क्या है?
यदि आप घर पर ग्लूटेन फ्री आता नहीं बनाना चाह रही है तो बाजार में भी कुछ ग्लूटेन फ्री आटे के विकल्प मौजूद है आप उनका इस्तेमाल कर सकते हैं।
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* आलू का आटा: जब हमने आपको ग्लूटेन फ्री आटे को बनाने की विधि बताई थी तो हमने आलू के स्टार्च का प्रयोग करना भी बताया था। इसी से आपको अंदाजा लग जाना चाहिए कि आलू का आटा भी ग्लूटेन फ्री ही होता है। इस आटे को पूरे आलू से ही तैयार किया जाता है इसीलिए आप चाहे तो इसका सेवन कर सकते हैं।
* ब्राउन राइस का आटा: किसी भी चावल में ग्लूटेन की मात्रा नहीं पाई जाती है इसीलिए आप ब्राउन राइस के आटे को भी ग्लूटेन फ्री आटे के रूप में इस्तेमाल कर सकती हैं। कुकीज और ब्रेड में जो आटा इस्तेमाल होता है उसमें सामान्य चावल के आटे के मुकाबले पोषक तत्व ज्यादा पाए जाते हैं। यही कारण है कि हम ग्लूटेन फ्री आटे के सेवन करने वाले लोगों को ब्राउन राइस का आटा खाने की सलाह दे रहे हैं। ग्लूटेन फ्री आटे को बनाने की विधि बताते वक्त भी हमने आपको ब्राउन राइस इस्तेमाल करने की सलाह दी थी।
मैदा कैसे बनाया जाता है?
कुछ लोगों के मन में यह प्रश्न उठता है कि आखिर मैदा कैसे बनाया जाता है तो बता दें की मैदा भी गेहूं से ही बनाया जाता है बस इसे बनाने के लिए प्रक्रिया थोड़ी सी अलग हो जाती है।
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* मैदे को भी ठीक उसी प्रकार से बनाया जाता है जिस प्रकार गेहूं से आटा तैयार किया जाता है। लेकिन इसे थोड़ा सा ज्यादा बारीक पीस लिया जाता है। दरअसल जब मैदा बनाया जाता है तो गेहूं के ऊपर की भूरी परत को निकाल कर मील में अलग कर दिया जाता है और उसके बाद जो गेहूं के अंदर का सफेद हिस्सा होता है उसे बहुत महीन पीस कर बारीक कर लिया जाता है।
यही आपके सामने मैदे के रूप में पेश किया जाता है। मैदा बनाते वक्त गेहूं की जिस भूरी परत को उतारा जाता है उसी में सबसे ज्यादा पोषक तत्व मौजूद होते हैं। यही कारण है कि मैदा गेहूं के आटे के मुकाबले पोषक तत्वों में कम होता है। मैदा बिल्कुल सफेद रंग का होता है और इसीलिए लोग इसे सफेद जहर के नाम से भी जानते हैं। क्योंकि जो लोग बहुत ज्यादा मैदे से बनी चीज खाते हैं उन्हें बहुत ज्यादा बीमारियां घेर लेती हैं।
इस लेख में हमने आपको ग्लूटेन फ्री आटा बनाने की विधि बताई है। हमने आपको यह भी बताया है कि आप मैदा कैसे बना सकते हैं। हमने आपको उनके लाभ के बारे में भी बताया है। लेकिन ग्लूटेन फ्री आटे का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना शुरू करें। कुछ लोग इसे ऐसे ही अपनी डाइट में शामिल कर लेते हैं जो की बहुत ज्यादा गलत है।