ओवुलेशन महिलाओं को हर महीने होता है और यह एक साइकिल का हिस्सा होता है। आज के इस लेख में हम आपको ओवुलेशन के बारे में बहुत सी बातें बताने जा रहे हैं जैसे कि हम आपको यह बताएंगे कि जब यह शुरू होता है तो इसके क्या लक्षण आपको अपने शरीर में देखने का मिलते हैं और यह पता लगाने के कौन से तरीके हैं कि आपको ओवुलेशन हो रहा है या नहीं और भी प्रश्नों के उत्तर हम आपको इस लेख में देंगे।
ओवुलेशन को पता लगाने के तरीके
सबसे पहले हमारे लिए यह जानना बहुत ज्यादा आवश्यक है कि हमें यह पता चले कि ओवुलेशन को पता लगाने के तरीके क्या होते है। जिससे कि हम जब चाहे तब यह पता कर सके की ओवुलेशन हो रहा है या नहीं।
* ओवुलेशन मॉनिटर की मदद ले: यह बिजली से चलने वाला एक उपकरण होता है। इसमें बीबीटी के साथ ओपीके का संयोजन मिलकर काम किया जाता है जिससे कि आपका ओवुलेशन पता लगने में मदद मिल जाती है।
* पेल्विक अल्ट्रासाउंड की मदद से: आप चाहे तो ओवुलेशन का पता लगाने के लिए पेल्विक अल्ट्रासाउंड की मदद ले सकते हैं। इसमें अल्ट्रासाउंड की रेज का इस्तेमाल करके आपके अंडाशय की जांच की जाती है और आपका ओवुलेशन पता लगाया जाता है।
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* बेसल बॉडी टेंपरेचर की मदद से: क्योंकि ओवुलेशन के दौरान आपकी बॉडी का तापमान बहुत ज्यादा बढ़ जाता है यह भी कारण है कि आप बेसल बॉडी टेंपरेचर की मदद से ओवुलेशन का पता लगा सकते हैं।
* सर्वाइकल म्यूकस के माध्यम से: जब महिला को ओवुलेशन हो रहा होता है तो उसका सर्वाइकल म्यूकस काफी ज्यादा बदल रहा होता है। उसकी गुणवत्ता में भी काफी ज्यादा बदलाव हो रहा होता है आप इसकी मदद से अपने ओवुलेशन का पता लगा सकते हैं। ओवुलेशन के वक्त वाला म्यूकस बहुत ज्यादा चिपचिपा और पारदर्शी होता है।
* ओवुलेशन एप्स के माध्यम से: बहुत से ऐसे ऐप्स होते हैं जिनकी मदद से आप ओवुलेशन का पता लगा सकते हैं। यह ऐप्स ओपीके और डीबीटी आदि जैसे यंत्रों का इस्तेमाल कर ओवुलेशन का पता लगाने में मदद करते हैं यह आपके लिए काफी ज्यादा मददगार साबित हो सकते हैं।
ओवुलेशन के लक्षण क्या होते है?
आइए अब हम आपको यह बताते हैं कि ओवुलेशन होने के लक्षण क्या होते हैं जिससे की आप इसे लेकर बिल्कुल बेचिंत हो जाए। और आप इसे लेकर अपने शरीर में लक्षणों की पहचान कर सके।
* पेट में दर्द या ऐंठन: यदि किसी महिला को ओवुलेशन हो रहा होता है तो उसे या तो पेट दर्द का सामना करना पड़ सकता है या फिर उसे पेट में ऐंठन का एहसास हो सकता है।
* कामेच्छा का बढ़ जाना: हालांकि यह लक्षण सभी महिलाओं में देखने को नहीं मिलता लेकिन ओवुलेशन के दौरान बहुत सी महिलाओं की कामेच्छा बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।
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* बेसल बॉडी टेंपरेचर का बढ़ जाना: यदि आपका बेसल बॉडी टेंपरेचर बहुत ज्यादा बढ़ गया है तो हो सकता है कि आपको ओवुलेशन हो रहा है आप चाहे तो जांच करवा सकते हैं।
* स्तन का सूज जाना: ओवुलेशन के दौरान महिलाओं का स्तन सूज जाता है यदि आपके स्तनों में बहुत ज्यादा सूजन आ रही है तो उसका एक कारण ओवुलेशन भी हो सकता है।
* मूड बदलना: कई मामलों में यह देखा गया है कि ओवुलेशन के दौरान महिलाओं के मूड में अचानक से बदलाव आने लगते हैं। यदि आपका मूड भी अचानक से बदलने लगा है जैसे कि आपको बहुत ज्यादा गुस्सा आ जाता है या फिर अचानक से आप बहुत ज्यादा खुश हो जाते हैं तो हो सकता है कि आपको ओवुलेशन हो रहा है।
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* दर्द का एहसास: बहुत सारी महिला में ओवुलेशन के दौरान दर्द होता है। इससे उनके पेडू में दर्द का एहसास होता है। यहां तक की कुछ महिलाओं को तो पूरी बॉडी में दर्द का सामना करना पड़ता है। यदि आपको यह सब लक्षण अपनी बॉडी में दिखाई देते हैं तो हो सकता है कि आपको ओवुलेशन हो रहा है यदि आप अपने ओवुलेशन की जांच करना चाहते हैं तो यह समय काफी सही समय हो सकता है।
पीरियड्स खत्म होने के बाद ओवुलेशन होता है?
अक्सर लोगों का यह प्रश्न रहता है कि क्या पीरियड खत्म होने के बाद ओवुलेशन होता है। दरअसल मुख्य रूप से यह प्रश्न रहता है कि क्या पीरियड खत्म होने के तुरंत बाद ओवुलेशन होता है? तो नीचे हम आपको इसका उत्तर दे रहे हैं।
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* इस बात का बहुत ही सरल सा उत्तर है कि हां पीरियड खत्म होने के बाद ओवुलेशन होता है। लेकिन आमतौर पर पीरियड खत्म होने के 14वें दिन से ओवुलेशन की शुरुआत होती है हालांकि यह सभी महिलाओं में अलग-अलग हो सकता है।
ओवुलेशन के टेस्ट का सही समय क्या होता है?
यदि आप ओवुलेशन टेस्ट करना चाह रहे हैं तो जरूरी है हो जाता है कि आप इसे सही समय पर करें। क्योंकि यदि ओवुलेशन टेस्ट सही समय पर नहीं किया जाता तो इसके बहुत से साइड इफेक्ट्स होने की संभावना बनी रहती है।
* सुबह का समय है उत्तम: यदि आप ओवुलेशन का टेस्ट करना चाह रहे हैं तो इसके लिए सुबह का समय काफी ज्यादा अच्छा होता है। क्योंकि यह वह समय होता है जब आपका मूत्र सबसे ज्यादा केंद्रीय अवस्था में होता है।
* पीरियड्स होने के 14–15 दिन बाद: यदि आप अपनी ओवुलेशन का टेस्ट करना चाहते हैं तो आपके पीरियड्स होने के 14 या फिर 15 दिन ऐसा करना चाहिए क्योंकि इस वक्त आपके ओवुलेशन की स्थिति सबसे ज्यादा होती है।
आशा करते हैं कि आपको ओवुलेशन के बारे में हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख अवश्य पसंद आया होगा और इस लेख के माध्यम से आपको अपने मन में उठ रहे बहुत से प्रश्नों के उत्तर मिल गए होंगे। यदि आप लिए लेख से जुड़ा किसी भी प्रकार का सुझाव हम तक पहुंचाना चाहते हैं तो आप हमें कमेंट सेक्शन में बता सकते हैं। लेकिन इस लेख में हमने आपको जो भी टेस्ट है फिर अन्य कोई बात बताई है। हम उसकी किसी भी प्रकार से चिकित्सा पुष्टि नहीं करते हैं।