हमारे पूर्वज किसी भी बीमारी के लिए इलाज के लिए बहुत सी जड़ी बूटियां का इस्तेमाल किया करते थे और वह जड़ी बूटियां आज भी हमारे आसपास मौजूद है। वह आपको सड़क के किनारे मिल जाएंगी या फिर अपने घर के गार्डन में भी मिल जाएंगी । लेकिन हमें उनकी जानकारी नहीं है इसीलिए हम पता ही नहीं कर पाते कि हमें उनका इस्तेमाल कब करना है। ऐसे ही एक जड़ी बूटी है कटेरी जिसे कंटकारी भी कहा जाता है। आज के इस लेख में हम आपको इसके फायदे और नुकसान के बारे में बताएंगे।
सोलनम ज़ैंथोकार्पम कटेरी (कंटकारी) क्या है
हमारे आसपास ऐसे बहुत से पेड़ पौधे पाए जाते हैं जिन्हें हम घास समझ कर छोड़ देते हैं लेकिन वास्तव में वह बहुत ज्यादा फायदेमंद होते हैं और उनके फायदे चौका देने वाले होते हैं या फिर हम यह कह सकते हैं कि वह आयुर्वेदिक दवाइयां और जड़ी बूटियां होती है।
जिनका इस्तेमाल लोग बहुत पहले से करते आए हैं। सोलनम ज़ैंथोकार्पम ऐसा ही एक कांटेदार पौधा है जिसके बारे में हमने से बहुत कम लोग जानते हैं।
इसे एक बहुत बेहतरीन जड़ी बूटी के रूप में देखा जाता है और यह एक कांटेदार छोटा सा पौधा होता है। इसके फल गोल होते हैं और इसके फूल नीले रंग के होते हैं। इसकी पत्तियों में बहुत ज्यादा कांटे होते हैं और इसकी पत्तियों का आकार का अंडाकार होता है।
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कटेरी (कंटकारी) के फायदे
यह एक घुमावदार पत्तियों वाला पौधा है जो कि हिमालय और ऑस्ट्रेलिया में उगाया जाता है। यह सोलानेसी परिवार से संबंध रखता है और इसकी ऊंचाई ज्यादा नहीं होती है इसकी पत्तियां एक दूसरे से जुड़ी हुई होती है। इस पौधे को इस्तेमाल करने से बहुत से फायदे होते हैं आयुर्वेद में भी इस पौधे का बहुत ज्यादा महत्व माना गया है। हो सकता है कि यह पौधा आपके आसपास भी मौजूद हो लेकिन आपको इसकी जानकारी ना हो।
* कटेरी के माध्यम से बालों की देखभाल भी की जा सकती है और यह बालों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। यदि आपके बाल रूखे हैं या फिर बहुत ज्यादा झड़ रहे हैं। इन दोनों की स्थिति में कटेरी आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
आपको इसे पीसकर इसका लेप तैयार कर लेना है और फिर इसे अपने बालों पर लगाना है । इसके बाद बालों को धो लेना है। यह आपके बालों को मजबूती प्रदान करेगा और आपके झड़ रहे बाल तुरंत झडना रुक जाएंगे। यह आपके बालों को सिल्की बनाने का कार्य भी करता है।
* यदि आप कोई आयुर्वेद शास्त्र पढ़ेंगे तो आप पाएंगे कि कटेरी को गंजेपन के इलाज के लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण माना गया है। ऐसे में यदि आप भी गंजेपन के शिकार है तो आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
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इसके लिए आपको सफेद कंटकारी का इस्तेमाल करना होगा इसके फल को पीसकर उसका रस निकाल लें और उसे शहद के साथ मिला लीजिए। जो लेप बनकर तैयार हुआ है उसे अपने सिर के उस हिस्से पर लगाएं जिस हिस्से के बाल झड़ चुके हैं धीरे-धीरे आपके नए बाल उगना शुरू हो जाएंगे।
* लीवर के रोगी भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यदि लीवर के रोगियों को इसके काढ़े का सेवन कराया जाए तो इससे उनकी सूजन संबंधित समस्या खत्म हो जाती है। लीवर के इंफेक्शन के लिए भी यह एक बहुत ही अच्छा टॉनिक माना जाता है।
* यदि किसी व्यक्ति को बहुत ज्यादा सिर दर्द की समस्या है तो वह कटेरी के उपयोग से इस समस्या से राहत पा सकता है और इसके लिए इसका उपयोग सालों से किया जाता रहा है। इसके लिए भी व्यक्ति को कटेरी के काढ़े का ही सेवन करना होता है।
वहीं यदि आप चाहे तो इसके फल का लेप बनाकर उसे अपने माथे पर लगा सकते हैं इससे भी आपको सिर दर्द से तुरंत राहत मिलनी शुरू हो जाएगी।
* यदि आपके बालों में बहुत ज्यादा डैंड्रफ हो रहा है जो कि दिनभर धूप में काम करने से या फिर बहुत ज्यादा धूल मिट्टी में काम करने से हर व्यक्ति को हो जाता है तो आप कटेरी का इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको इसके फल का रस बराबर मात्रा में तेल में मिलाकर अपने बालों में लगा लेना है आपकी डैंड्रफ धीरे-धीरे कर दूर होने शुरू हो जाएगी।
* यदि आपको मौसम बदलने के कारण जुखाम और बुखार हो रहा है तो आप कटेरी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको इसका सेवन कुछ चीजों के साथ मिलाकर काढ़े के रूप में करना है।
आप इसके फल का रस गिलोय और छोटी कटेरी को मिलाकर काढ़ा तैयार कीजिए और उसे पी लीजिए आपको मौसम बदलने के कारण हुई जो जुखाम और बुखार से राहत मिल जाएगी।
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सोलेनम ज़ैंथोकार्पम कटेरी (कंटकारी) का उपयोग कब किया जाता है?
इस पौधे का उपयोग बहुत सारी बीमारियों और बहुत सारी समस्याओं के दौरान किया जाता है। यह उन सभी में लाभ पहुंचाने के लिए जाना जाता है नीचे एक-एक कर उन सभी पर चर्चा करेंगे।
- यदि किसी व्यक्ति को किसी प्रकार की एलर्जी हो गई है तो इस पौधे से उसे लाभ मिल सकता है।
- यह पौधा बुखार को खत्म करने के लिए भी जाना जाता है इसीलिए आप इसे एक अच्छे ज्वारनाशक के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
- खांसी के दौरान भी इस पौधे के विभिन्न लाभ देखे गए हैं आप इसका इस्तेमाल खांसी से राहत पाने के लिए कर सकते हैं।
- अस्थमा वाले रोगी को इस पौधे का उपयोग करने की सलाह दी जाती है।
- यदि किसी व्यक्ति को स्किन पर जलन हो रही है तो इस पौधे के इस्तेमाल से उससे भी राहत पाए जा सकती है।
- इस पौधे में दिल की बीमारी को खत्म कर देने वाले बहुत से गुण मौजूद होते हैं।
सोलेनम ज़ैंथोकार्पम कटेरी (कंटकारी) के चिकित्सीय लाभ क्या है?
आप चाहे तो इस पौधे के बहुत से चिकित्सीय लाभों के बारे में भी जान सकते हैं क्योंकि यह एक नहीं बल्कि बहुत से चिकित्सा लाभ पहुंचाने के लिए जाना जाता है।
- इस पौधे के भीतर भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं इसीलिए आप एंटीऑक्सीडेंट की पूर्ति के लिए इस पौधे का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- यदि आपको चोट लग गई है और घाव उत्पन्न हो गया है तो इस पौधे के इस्तेमाल से उस घाव को भरने में मदद मिलेगी।
- मूत्रवर्धक यौगिक के रूप में भी है पौधा बहुत अच्छा कार्य करता है।
- इस पौधे को एक अच्छे दर्द निवारक के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
- एक रोगाणु रोधी के रूप में भी इस पौधे का इस्तेमाल किया जाता रहा है।
- इस पौधे का इस्तेमाल बहुत से एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणों को पाने के लिए किया जाता है।
कटेरी (कंटकारी) के नुकसान क्या है?
जहां एक ओर हम आपको इसके बहुत से फायदे बता रहे हैं वहीं दूसरी ओर उसके नुकसानों के बारे में जान लेना भी बहुत ज्यादा जरूरी होता है। जिससे कि आपको भविष्य में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
* प्रेग्नेंट महिलाओं को इसका सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है।
* कटेरी का काढ़ा बच्चों को नहीं देना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से उनके पेट में दर्द होने की समस्या हो जाती है।
* यदि आप जरूरत से ज्यादा मात्रा में इसके काढ़े का सेवन कर लेते हैं तो हो सकता है कि आपको उल्टियां लग जाए।
सोलेनम ज़ैंथोकार्पम कटेरी (कंटकारी) को इस्तेमाल करने का तरीका
व्यक्ति के लिए यह जरूरी है कि जब वह इस पौधे का इस्तेमाल करने जाए तो उसे यह पता हो कि इस पौधे का इस्तेमाल किस तरह से किया जाए कि उसे बेहतरीन से बेहतरीन फायदे और जल्दी से जल्दी उसकी समस्या से राहत मिले।
- यदि आप इस पौधे का इस्तेमाल अस्थमा से राहत पाने के लिए करने जा रहे हैं तो आपको इसे सुखाकर इसे पीसकर इसका चूर्ण तैयार कर लेना है और फिर उसे चूर्ण को शहद या फिर देसी घी में मिलकर इसका सेवन करना है।
- इस पौधे की जड़ को पीसकर उसका चूर्ण तैयार कर लेना चाहिए क्योंकि खांसी के दौरान इसकी जड़ का चूर्ण ही फायदेमंद साबित होता है।
- यदि आपको किसी प्रकार की एलर्जी हो गई है या फिर आप इसका इस्तेमाल त्वचा की जलन के लिए करना चाह रहे हैं या फिर आप घाव को भरने के लिए इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आपको इसे पीसकर इसका
इस लेख में हमने आपको कंटेरी यानी कि कंटकारी के बारे में सभी जानकारी देने का प्रयास किया है। हमने इसमें आपको यह बताया कि कंटकारी क्या होता है। हमने इसके फायदे के बारे में भी आपको बताया है। इस लेख से संबंधित यदि आपकी कोई राय है तो वह आप हमें कमेंट सेक्शन में दे सकते हैं।