चांगेरी का पौधा: हां यह नाम सुनने में थोड़ा अटपटा और हंसी आने वाला जरूर है लेकिन जब आप इसके फायदे के बारे में सुनेंगे तो आपको सुनकर आश्चर्य हो जाएगा। दरअसल आयुर्वेद में इसका बहुत ज्यादा महत्व है और चिकित्सा के दौरान भी आयुर्वेदाचार्य इसका बहुत ज्यादा इस्तेमाल करते हैं और यह पहले से ही इस्तेमाल किया जाता रहा है। आज का यह लेख आपको चांगेरी के पौधे के चिकित्सीय फायदे, उपयोग व सावधानियां के बारे में बताने के उद्देश्य के साथ लिखा जा रहा है।
चांगेरी के पौधे के फायदे
शुरुआत चांगेरी के पौधे को फायदे को जानने से करते हैं इसके बाद इसके नुकसान के बारे में भी जानेंगे।
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* यदि किसी व्यक्ति में लगातार दांतों की समस्या बनी हुई है साथ ही उनके मसूड़े भी स्वस्थ नहीं रहते तो चांगेरी का यह पौधा बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होगा। इसके लिए आप इसका पेस्ट बनाकर इसे मंजन के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि आप पेस्ट नहीं बनाना चाह रहे तो आपको इसके पत्तों को सुखाकर उन्हें पीसकर उनका चूर्ण तैयार कर देना चाहिए और इसे अपने दांतों पर मंजन करना चाहिए।
* पीलिया में भी चांगेरी का पौधा बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होता है जब किसी व्यक्ति को पीलिया होता है तो उसे चांगेरी के पौधे के पत्तों का काढ़ा बनाकर इसका नियमित रूप से 10 से 12 दिन तक सेवन करना चाहिए उसका पीलिया जड़ से खत्म हो जाता है।
* यदि किसी भी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की चर्म रोग है या फिर त्वचा से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या है तो भी चांगेरी का पौधा बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होता है। ऐसे व्यक्ति को भी इसका काढ़ा ही पीना चाहिए। क्योंकि इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी एंटीफंगल जैसे गुण मौजूद होते हैं। इसका काढ़ा पीने से पेट से संबंधित बहुत ही समस्याओं का भी अंत हो जाता है।
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* क्योंकि इसमें विटामिन सी की मात्रा पाई जाती है। खासकर की इस पौधे की पत्तियों का इस्तेमाल करना ज्यादा फायदेमंद होता है। इसकी पत्तियां विटामिन सी से भरी हुई होती है। इसीलिए यदि आप विटामिन सी को लेना चाह रहे हैं तो आप इसकी पत्तियों को काढ़ा बनाकर पी सकते हैं और विटामिन सी से आपकी त्वचा भी अच्छी रहती है साथ ही आपको पिंपल्स आदि की समस्या से भी छुटकारा मिल जाता है।
* हमारे शरीर के लिए एंटीऑक्सीडेंट बहुत ज्यादा जरूरी होते हैं और जब बात एंटीऑक्सीडेंट के सोर्स की आती है तो चांगेरी के पौधे को भूलना नहीं चाहिए। इसके पत्तों का स्वाद खट्टा मीठा होता है और इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं।
* यह आपके लिए एक बहुत ही अच्छा दर्द निवारक भी साबित हो सकता है। क्योंकि इसमें एंटीनोसाइसेप्टिव गुण पाए जाते हैं जो दर्द को गायब करने के लिए जाने जाते हैं। दर्द से छुटकारा पाने के लिए आपको इसकी पत्तियों के साथ ही इसके फूलों का भी इस्तेमाल करना चाहिए तभी यह आपके सिर दर्द, पेट दर्द और गले दर्द में राहत पहुंचाएगा।
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* आयुर्वेदाचार्य से हुई चर्चा में यह बात साबित हुई है कि यदि किसी व्यक्ति का पाचन तंत्र कमजोर है और उसका खाया पिया ठीक से नहीं पच पाता है तो उसे चांगेरी के पौधे का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे उसका पाचन तंत्र मजबूत हो जाता है और उसका खाना अच्छे से पचने लगता है उसे बार-बार उल्टी की समस्या नहीं होती।
* यदि किसी व्यक्ति को अल्सर की समस्या है तो वह भी इस पौधे का इस्तेमाल कर सकता है इस्तेमाल करने का तरीका आपको आयुर्वेदाचार्य बता सकता है।
* किसी भी प्रकार का घाव हो जाने पर भी इस पौधे की पत्तियों का पेस्ट बनाकर उस घाव पर लगाया जा सकता है घाव जल्दी भरना शुरू हो जाता है और बेहतरीन तरीके के बारे में जानने के लिए आपको किसी अच्छी आयुर्वेदाचार्य से पूछना चाहिए।
चांगेरी के पौधे के नुकसान
जब आप चांगेरी के पौधे के बारे में जान रहे हैं तो मात्र इसके फायदे के बारे में जान लेना ही ठीक नहीं होगा। आपको इसके नुकसान के बारे में जान लेना भी बहुत ज्यादा जरूरी है।
* चांगेरी का पौधा इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है लेकिन इसका नुकसान यह है कि इसे इस्तेमाल करने के बाद व्यक्ति को बार-बार पेशाब जाना पड़ता है।
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* कुछ मामलों में चांगेरी का पौधा इस्तेमाल करने के बाद व्यक्ति का किडनी तक डैमेज हो जाता है।
* इस पौधे का इस्तेमाल करने से व्यक्ति की आंखों पर भी इसके साइड इफेक्ट देखे गए हैं।
* आंत के साथ ही पेट में जलन होना इस पौधे के आम साइड इफेक्ट्स में शामिल है।
* हालांकि यह त्वचा की रक्षा के लिए जाना जाता है लेकिन कुछ मामलों में इससे त्वचा की एलर्जी के लक्षण भी देखे गए हैं।
* इसका काढ़ा पीने के बाद व्यक्ति को दस्त भी लग सकते हैं।
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देखा आपने कैसे हंसी से भरा हुआ यह नाम एक खजाने की तरह है चांगेरी का पौधा आयुर्वेदाचार्य के लिए एक वरदान बनकर साबित होता है। यदि आप भी इस पौधे का इस्तेमाल करना चाह रहे हैं तो ऊपर हमें आपको इसके बहुत से फायदे बता दिए हैं। लेकिन बिना किसी विशेषज्ञ के परामर्श के इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। साथ ही इसके एलर्जिक रिएक्शन भी देख लेने चाहिए।