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टेरिजियम क्या होता है? इसके लक्षण, कारण और इलाज की पूरी जानकारी

by Dev Pawar

टेरिजियम जिसे आमतौर पर लोग टिटेनस के नाम से जानते हैं। एक बहुत ज्यादा जानलेवा और गंभीर बीमारी होती है। यही कारण है कि बचपन से ही इसके इंजेक्शन हमें लगाए जाने लगा है और इसकी रोकथाम के लिए सरकार भी बहुत से कदम उठा रही है। लेकिन आप चाहे तो इस बीमारी की रोकथाम कर सकते हैं क्योंकि इसके लक्षण आपको शुरुआत से ही अपने शरीर में दिखाई देने लग जाते हैं। बस आपको इन्हें पहचानना होगा। आज के इस लेख में हम आपको इस बीमारी के लक्षण और कारण के अलावा इसके इलाज के बारे में भी बताने जा रहे हैं। 

टेरिजियम क्या होता है?

इस बीमारी के बारे में संपूर्ण रूप से जानने के क्रम में सबसे पहले हम यह जान रहे हैं कि आखिर यह बीमारी क्या होती है तो हम आपको ऊपर भी बता चुके हैं कि यह बहुत ज्यादा गंभीर बीमारी होती है जो कई मामलों में जानलेवा साबित हो जाती है। यह आपके शरीर में बैक्टीरिया के कारण लग जाती है ऐसे बैक्टीरिया जो की धूल, मिट्टी और आपके आसपास के वातावरण में पाए जाते हैं। 

टेरिजियम के लक्षण क्या है?

आइए सबसे पहले यह जानते हैं कि जब यह बीमारी होती है तो हमारे शरीर में कौन-कौन से लक्षण देखने को मिल सकते हैं। जिससे की शुरुआत में ही इसे पकड़ा जा सकें। सबसे पहले आपके लिए यह जानना है इस बीमारी के लक्षण आपको तुरंत अपने शरीर में देखने को नहीं मिलते हैं बल्कि जब आपको चोट लग चुकी होती है तो उसके तीन से लेकर 10 दिन तक आपको इसके लक्षण अपने शरीर में देखने को मिल सकते हैं। 

pteriguim ke lakshan kya hai

* दिल की धड़कन का बढ़ना: यदि आपके दिल की धड़कन अचानक से सामान्य से असामान्य की ओर चली गई है। मतलब की यह असामान्य रूप से बहुत ज्यादा बढ़ने लगी है तो हो सकता है कि आपको यह परेशानी हो रही है। 

* बुखार आना: इस बीमारी के लक्षण में बुखार का होना भी शामिल है। यदि आपको चोट लगी है और आपको अगले तीन से 10 दिनों के भीतर बुखार आ रहा है तो आपको यह समस्या हो सकती है। 

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* गर्दन और कमर में दर्द: यदि आपको अपनी गर्दन और कमर में दर्द का सामना करना पड़ रहा है और यह किसी चोट लगने के बाद हो रहा है तो हो सकता है कि आपको यह बीमारी अंदर-अंदर पनप रही हो इसलिए जरूरी हो जाता है कि आप तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें। 

* अत्यधिक पसीना आना: असामान्य रूप से ज्यादा पसीना आना भी इस बीमारी के एक लक्षण में गिना जाता है। यदि आपको चोट लग गई है और इस वक्त आपको कुछ नहीं होता है लेकिन आने वाले 3 से 10 दिनों के भीतर आपको असामान्य रूप से बहुत ज्यादा पसीना आने लगा है तो हो सकता है कि आपको इस प्रकार की समस्या शरीर में हो रही है आपको तुरंत ही डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। 

* मांसपेशियों की जकड़न: यदि आपको भी अपने शरीर में मांसपेशियों की जकड़न का सामना करना पड़ रहा है और यह जगह बहुत ज्यादा बढ़ गई है और आपको थका और बंधा आ महसूस हो रहा हैं तो हो सकता है कि आपको चोट लगने के बाद इस प्रकार की समस्या हो गई हो। ऐसे में आपके बिना देरी के डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी हो जाता है। 

टेरिजियम के कारण क्या है?

यह बीमारी कई कारणों से हो सकती है जिसमें की एक बड़ा कारण बैक्टीरिया है। इस बीमारी के सभी कारणों पर एक-एक कर चर्चा करने जा रहे हैं।

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* दरअसल इस प्रकार की बीमारी एक बैक्टीरिया के कारण होती है। यह बैक्टीरिया धूल, मिट्टी और आपके आसपास के वातावरण में पाया जाता है। क्लोस्ट्रीडियम नाम का यह बैक्टीरिया आपके अंदर इस जानलेवा बीमारी के बीच को बो सकता है। यह आपकी स्किन की मदद से आपके शरीर में घुस जाता है और आपको इस बीमारी का दास बना देता हैं।

टेरिजियम का इलाज क्या है?

ऐसा नहीं है कि इस बीमारी का इलाज संभव नहीं है। इस बीमारी के इलाज के बहुत से ऑप्शन आपके पास मौजूद है बस आपको एक सही ऑप्शन चुनने की आवश्यकता है। 

pteriguim ka ilaz kya hai

* ऑक्सीजन थेरेपी है फायदेमंद: ऑक्सीजन थेरेपी के माध्यम से भी इस बीमारी का इलाज संभव होता है यदि आपको इस प्रकार की बीमारी है तो आप यकीनन ऑक्सीजन थेरेपी का इस्तेमाल कर सकते हैं। 

* दर्द निवारक टैबलेट: इस बीमारी के इलाज में दर्द निवारक टैबलेट भी बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होती है। यदि आपको अपने शरीर में बीमारी के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो आपको डॉक्टर की सलाह के बाद दर्द निवारक टैबलेट को लेना शुरू कर देना चाहिए। 

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* एंटीबायोटिक का सेवन करें: यदि आपको इस प्रकार की बीमारी अपने शरीर में देखने को मिल रही है तो आपको एंटीबायोटिक लेने की सलाह दी जाती है क्योंकि एंटीबायोटिक दवाइयां आपके शरीर के बैक्टीरिया को करने का कार्य करती है जिससे कि आपको धीरे-धीरे कर इस बीमारी से राहत मिल जाती है। 

* एंटीटॉक्सिन का इस्तेमाल: डॉक्टर द्वारा इस बीमारी से लड़ने के लिए मरीज को एंटीटॉक्सिन दे दी जाती है क्योंकि एंटी टॉक्सिन के माध्यम से इस बीमारी का इलाज संभव है यह काफी प्रभावी इलाज होता है। यदि आप को इस प्रकार की समस्या हो रही है तो आपको डॉक्टर से परामर्श करने के बाद एंटीऑक्सीन लेना चाहिए। 

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* मांसपेशियों वाली दवाएं: यदि आपको शरीर में इस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो आपको मांसपेशियों को आराम देने वाली दवा का इस्तेमाल करना शुरू करना चाहिए। 

टेरिजियम के बारे में हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख आपको कैसा लगा यह भी आप हमें कमेंट सेक्शन के माध्यम से बता सकते हैं। यदि अपने सुझाव आप इस लेख में शामिल करना चाहते हैं तो वह भी आप हमें कमेंट सेक्शन में बता सकते हैं। लेकिन हम आपको यह सलाह देना चाहते हैं कि यदि आपको अपने शरीर में किसी भी बीमारी की आशंका हो रही है तो आपके लेख पर निर्भर न रहकर डॉक्टर से इसके इलाज के लिए परामर्श करना चाहिए।

 

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