स्नान रोज सुबह को उठकर सबसे पहले किया जाने वाला कार्य है। लेकिन स्नान बहुत से प्रकार के होते हैं और लोग देश-विदेश में इनका खूब लुत्फ उठाते हैं। आज के इस लेख में हम आपको सिट्ज़ बाथ के बारे में बताने वाले हैं। इसे अपने आप में बहुत ज्यादा अनोखा माना गया है। और वास्तव में इसे अपने से व्यक्ति को बहुत ज्यादा फायदे भी होते हैं यह आपके शरीर को काफी ज्यादा आराम पहुंचाने के लिए जाना जाता है। नीचे हम आपको सिट्ज़ बाथ की प्रक्रिया, उपयोग और कारक के बारे में विस्तार से बताने जा रहे है।
सिट्ज़ बाथ क्या है?
यहां पर इस वक्त सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न यह है कि सिट्ज़ बाथ क्या है? तो नीचे हम आपको इसी प्रश्न का उत्तर देने जा रहे हैं। जैसे कि आप को इसके नाम से ही पता चल गया होगा कि यह एक प्रकार का स्नान होता है। बता दे कि इसमें या तो आपको ठंडे पानी में बिठाया जाता है या फिर गर्म पानी में और ऐसा आपके शरीर को आराम दिलवाने के लिए किया जाता है और रात को अच्छी और सव्भाविक नींद आती है। इसे पेल्विक क्षेत्र के आराम के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद माना गया है और इसका उपयोग भी आमतौर पर इसी क्षेत्र में किया जाता है। जैसे कि योनि के संक्रमण और डिलीवरी के बाद महिलाओं को होने वाले दर्द में यह काफी ज्यादा फायदेमंद होता हैं।
सिट्ज़ बाथ की प्रक्रिया क्या है?
यदि आप इसके बारे में जान रहे हैं तो यह भी महत्वपूर्ण है कि आप इसकी पूरी प्रक्रिया के बारे में जाने। यहां पर हम आपको सिट्ज़ बाथ की प्रक्रिया के बारे में बताने जा रहे है।
- टब का चयन: सबसे पहले आपको अपने लिए एक बड़ा टब या फिर सिट्ज़ बाथ टब ले लेना है। ध्यान रहे टब इतना बड़ा होना चाहिए जिसमें कि आप आसानी से बैठ सके।
- गर्म या ठंडा पानी लें: अब आप चाहे तो गर्म पानी ले सकते हैं या फिर ठंडा पानी ले सकते हैं आप चाहे तो इसे मौसम के हिसाब से चुन सकते हैं या फिर जो भी आपको आरामदायक लगे आप उसका चयन कर सकते हैं। ऐसा कोई बंदिश नहीं है कि आपको गर्म पानी ही लेना है या फिर ठंडा पानी ही लेना है। यदि आप गर्म पानी ले रहे हैं तो आपको पानी के तापमान को जांचना चाहिए आपको उतना ही गर्म पानी लेना चाहिए जितना की आपके शरीर को आराम पहुंचाएं। आप ज्यादा गर्म पानी लेने से जल भी सकते हैं।
- शैंपू या साबुन का इस्तेमाल करें: आप चाहे तो शैंपू या साबुन में से किसी एक का चयन कर सकते हैं क्योंकि इसमें कोई नियम नहीं होता है कि आप शैंपू ही इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर साबुन ही इस्तेमाल कर सकते हैं। आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी चीज का चयन कर सकते हैं।
- टब में बैठकर आराम करें: अब जब सब कुछ तैयार हो चुका है तो आपको टब में बैठ जाना है और आराम करना है। आपको लगभग 15 से 20 मिनट तक टब में बैठकर खुद की बॉडी को रिलैक्स होने के लिए छोड़ देना है। 15 से 20 मिनट बाद आपको तौलिए की मदद से अपने शरीर को सूखा लेना है।
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सिट्ज़ बाथ के कारक क्या है?
यदि आप सिट्ज़ बाथ को करना चाह रहे हैं तो आपको इसके कारक के बारे में पता होना भी जरूरी है। नीचे हम आपको इसके सभी कारकों के बारे में बता रहे हैं।
- वाटर टेंपरेचर: आपको पानी के तापमान को जांचना बहुत ज्यादा आवश्यक है क्योंकि आपको ज्यादा गर्म पानी का इस्तेमाल भी नहीं करना है और बहुत ज्यादा ठंडा पानी का इस्तेमाल भी नहीं करना है।
- पानी की मात्रा: यहां पर यह भी आवश्यक हो जाता है कि आप यह देखें कि टब में पानी कितना गहरा है। क्योंकि आपको सिर्फ इतने ही पानी की आवश्यकता होती है जो कि आपके पेल्विक क्षेत्र को ढक सके। इसमें आपको पूरे शरीर को पानी से ढकने की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन पेल्विक क्षेत्र काफी ज्यादा अच्छे से ढका होना चाहिए।
- बैठने का पोज: यह भी काफी मायने रखता है कि आप किस प्रकार से बैठ रहे हैं क्योंकि आपको ऐसी मुद्रा में बैठना चाहिए जो कि आपको आराम पहुंचाए और आपके पेल्विक क्षेत्र को पानी से पूरी तरह ढक दें। आप चाहे तो कमर टिकाकर आसानी से बैठ सकते हैं आपके पैरों को आगे की ओर खोल लेना है ऐसा करने से आपको काफी ज्यादा रिलैक्स महसूस होता है।
- समय भी है महत्वपूर्ण: आप पानी में कितनी देर तक बैठ रहे हैं यह काफी ज्यादा मायने रखता है। आपको पानी में 15 से 20 मिनट से ज्यादा तक नहीं रहना है।
- साबुन और शैंपू का चयन: आपको शैंपू और साबुन का चयन करते हुए बहुत ज्यादा ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। आपको हल्के साबुन और हल्के शैंपू का चयन करना चाहिए। याद रहे यह एक बहुत महत्वपूर्ण कारक होता है और आपको साबुन और शैंपू का चयन करते वक्त बहुत से बातें ध्यान में रखनी चाहिए। आपको कोई भी साबुन या शैंपू ऐसा नहीं चुनना चाहिए जो कि आपको माफिक ना आता हो।
- तौलिए की मदद से शरीर को सुखाएं: जब आप 15 से 20 मिनट तक टब में बैठ जाएं और आपको काफी ज्यादा रिलैक्स महसूस होने लगे तो आपको धीरे-धीरे अपने शरीर को तौलिए से सूखाना शुरू कर देना चाहिए।
सिट्ज़ बाथ के बारे में हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख आपको अवश्य पसंद आया होगा और इस लेख में मौजूद तत्व ने आपको चौंका भी दिया होगा। आपमें से बहुत से लोग तो यह सोच रहे होंगे कि यह एक प्रकार का स्नान ही तो है तो यह इतना खास कैसे हो सकता है। याद रहे जब भी आप अपने शरीर पर किसी नए प्रकार की प्रक्रिया को अपना कर देखना चाहते हैं उसे विशेषज्ञ की देखरेख में ही करना चाहिए। हम इस लेख में दी गई किसी भी प्रकार की जानकारी की पुष्टि नहीं करते हैं। यदि आप अपने शरीर को आराम पहुंचाने के लिए इसका अभ्यास करना चाहते हैं तो डॉक्टर से पूछकर करें।