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पलकों का पक्षाघात क्या है जाने–कारण, लक्षण, इलाज व पूरी प्रक्रिया की जानकारी

by Dev Pawar

पलकों का पक्षाघात: आप में से अधिकतर लोग यह सोच रहे होंगे कि यह क्या होता है क्योंकि बहुत से लोगों को इसके बारे में नहीं पता है दरअसल यह पलकों से जुड़ी हुई एक समस्या होती है। लेकिन आपको इसके बारे में आपको पता होना जरूरी होता है। आज के इस लेख में हम आपको इस समस्या के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। हम आपको यह बताएंगे कि इस समस्या के अंदर आपको किस प्रकार की परेशानी झेलनी पड़ती है। इसके अलावा हम आपको इसके लक्षण और कारण भी बताएंगे। साथ ही इलाज के बारे में भी जानकारी देंगे।

पलकों का पक्षाघात क्या है?

सबसे पहले आपके लिए यह जानना की आवश्यक है कि आखिर पलकों का पक्षाघात क्या होता है और यह किस प्रकार की समस्या है।

जब व्यक्ति की पलकें सामान्य से ज्यादा नीचे गिर जाती है। मतलब कि यह असामान्य रूप से नीचे झुक जाती हैं तो इन्हें पलकों का पक्षाघात कहा जाता है। आमतौर पर यह स्थिति एक आंख में देखने को मिलती है हालांकि यह दोनों आंखों में भी हो सकती है।

पलकों के पक्षाघात के कारण

जब हम यह जान चुके हैं कि यह समस्या क्या होती है तो हम नीचे यह जानने का प्रयास करेंगे कि पलकों का पक्षाघात होने के कारण क्या होता है।

palkhon ke pakshaghaat ke karan

* वंशानुगत हो सकता है: यदि आपको पलकों का पक्षाघात हो रहा है तो कई मामले में यह वंशानुगत भी हो सकता है। मतलब कि यदि आपके परिवार में पहले से ही किसी को यह समस्या रही है तो इसकी संभावना होती है कि आपको भी यह समस्या हो जाती है।

* चोट के कारण: यदि आपका एक्सीडेंट हुआ है या फिर आपकी आंखों में चोट लग गई है तो भी आपको यह समस्या हो जाती है। चोट और आघात इस समस्या के होने के एक कारण के रूप में देखा जाता है। 

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* मांसपेशियों से जुड़ी समस्या: कई मामलों में मांसपेशियों से जुड़ी हुई समस्याएं भी पलकों की पक्षाघात का कारण बनती है। यदि आपकी मांसपेशियां बहुत ज्यादा कमजोर हो रही है तो हो सकता है कि आपकी पलकों का पक्षाघात होना शुरू हो जाए इसलिए मांसपेशियों की मजबूती बहुत ज्यादा आवश्यक है। 

* नसों की समस्या के कारण: नसों की समस्या भी पलकों की पक्षाघात का कारण बन सकती है। यदि आपकी नसों पर बहुत ज्यादा दबाव पड़ रहा है या फिर आपकी नसें बहुत ज्यादा कमजोर हो गई है तो हो सकता है कि आपको पलकों का पक्षाघात भी हो जाए। इसीलिए आपको अपनी नसों की मजबूती की ओर खास तौर से ध्यान देने की आवश्यकता होती है। 

पलकों के पक्षाघात के लक्षण

आपको पलकों का पक्षाघात होने से पहले ही अपने शरीर में इसके कुछ लक्षण दिखाई देने लगते हैं। बस आपको इन लक्षणों को समय रहते पहचानने की आवश्यकता होती है।

palkhon ke pakshaghaat ke lakshan

* नजर में दिक्कत: यदि आपको पलकों का पक्षाघात हो रहा है तो इसकी बहुत ज्यादा संभावना है कि आपको देखने में दिक्कत का सामना करना पड़ेगा क्योंकि जब आपकी पलके झुक जाती है तो यकीनन आपको स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देता और यदि ज्यादा समय तक आपकी पलके झुकी रहती है तो आपकी नजर कमजोर होने लग जाती है। यदि आपके साथ ऐसा हो रहा है तो आपको डॉक्टर से जांच करवाने की आवश्यकता है।

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* अत्यधिक सिर दर्द होना: जब आपकी पलकें सामान्य से ज्यादा झुक जाती हैं तो हो सकता है कि आपको देखने में परेशानी का सामना करना पड़े। जब देखने में परेशानी का सामना करना पड़ता है तो व्यक्ति की आंखों पर असर पड़ता है जिससे कि इसमें सिर दर्द होने लगता है यदि आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो इसकी संभावना है कि आपकी पलकों का पक्षाघात हो रहा है। 

* आंखों में थकान रहना: पलकों की पक्षाघात की स्थिति में कई बार व्यक्ति की आंखों में थकान रहने लगती है जैसे कि जब यहां आंखें बंद करता है तो उसमें दर्द का एहसास होता है। यदि आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो आपको डॉक्टर से जांच करवा लेनी चाहिए और आँखों के लिए कौन सा फल खाना चाहिए।

पलकों के पक्षाघात का इलाज

नीचे हम आपको पलकों के पक्षाघात के कारण इलाज के बारे में बताने जा रहे हैं। ऐसा नहीं है कि इस समस्या का इलाज संभव नहीं है। बस आपको अपने लिए सही इलाज अपनाने की आवश्यकता होती है।

palkhon ke pakshaghaat ka Ilaz

* चश्मे का उपयोग करें: बहुत से मामलों में डॉक्टर आपको चश्मे को इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। ऐसे में आपकी आंखों की जांच करने के बाद आपको चश्मे का नंबर दिया जाता है और आपको इस चश्मे का इस्तेमाल इस समस्या के दौरान करना चाहिए।

* सर्जरी की मदद लें: यदि आपकी पलकों का पक्षाघात हो रहा है तो आपको अपनी पलकों को ऊपर उठने की आवश्यकता हो सकती है। सर्जरी की मदद से ऐसा किया जा सकता है जब आपकी पलकें असामान्य रूप से झुक जाती हैं तो सर्जरी की मदद से इन्हें ऊपर उठाने का कार्य किया जाता है जिससे कि आपकी दृष्टि में भी सुधार आता है। ऐसे में यदि आपको भी पलकों की पक्षाघात की समस्या हो रही है तो सर्जरी आपके लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। 

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* फिजियोथैरेपी है फायदेमंद: पलकों की पक्षाघात की स्थिति में व्यक्ति फिजियोथेरेपी करा कर भी काफी ज्यादा फायदा पा सकता है क्योंकि फिजियोथैरेपी की मदद से व्यक्ति की मांसपेशियों को मजबूत किया जा सकता है और ऊपर हम आपको बता चुके हैं कि आंखों की मांसपेशियों का कमजोर होना कई मामले में पलकों के पक्षाघात को जन्म देता है। 

आशा करते हैं कि पलकों के पक्षाघात के बारे में लिखे गए इस लेख से आपको काफी ज्यादा जानकारी मिल गई होगी। और अब आपको यह पता चल गया होगा कि आप इस समस्या से अपना बचाव कैसे कर सकते हैं। लेकिन यहां पर हम आपको यह सलाह देना चाहेंगे कि यदि आपको इस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो आपको इस लेख के मुताबिक इलाज न करवा कर डॉक्टर से परामर्श करने के बाद इलाज करना चाहिए। क्योंकि इस लेख की चिकित्सीय पुष्टि हम नहीं कर सकते हैं।

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