डॉक्टर की पर्ची में एक नहीं बल्कि बहुत से प्रकार के दवा इस्तेमाल किए जाते हैं और इन्हें याद रखना सभी के लिए संभव नहीं है। यह चिकित्सक अवश्य याद रख पाते हैं लेकिन जो व्यक्ति चिकित्सा के क्षेत्र से नहीं है उसके लिए यह याद रखना संभव नहीं है। आज की इस लेख में हम आपको सभी दवा का अर्थ एक साथ बताने जा रहे हैं।
डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन में इस्तेमाल किए जाने वाले विभिन्न दवा
डॉक्टर के पर्चे पर सिर्फ दवा ही नही लिखी होती है बल्कि इसके अलावा रोगी की आयु, मर्ज, रोगी का नाम आदि भी लिखा होता है। इसीलिए डॉक्टर के पर्चे में बहुत से दवा का इस्तेमाल किया जाता है जिससे कि समय और स्थान दोनों बचाया जा सके।
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* अपने डॉक्टर के पर्चे में ओडीएचस (ODHS) तो अवश्य देखा होगा यह एक लैटिन भाषा का शब्द है जिसका इस्तेमाल बहुत से डॉक्टर करते हैं इसका इस्तेमाल करने का अर्थ होता है कि आपको इस दवा का सेवन रोजाना सोने से पहले एक बार करना है।
* यदि आपको डॉक्टर के पर्चे में बीडी (BD) लिखा हुआ मेरे तो इसका अर्थ भी बहुत ज्यादा सामान्य सा है और इसे भी बहुत से पर्चों में इस्तेमाल किया जाता है। इसका अर्थ यह होता है कि जिस भी दवा के सामने यह शब्द इस्तेमाल किया गया है उस दवा का सेवन आपको दिन में दो बार करना है। अब दिन में दो बार किस समय करना है और कितनी खुराक लेनी है यह आपको डॉक्टर भी बता सकता है।
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* बहुत से मरीजों के पर्चों में डॉक्टर टीडीएस (TDS) शब्द का भी इस्तेमाल करते हैं। लोग इसे देखकर अवश्य चक्कर में पड़ जाते हैं कि इसका अर्थ क्या है वास्तव में जिस दवा के सामने यह लिखा होता है उस दवा का सेवन मरीज को दिन में तीन बार करना होता है।
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दिन में तीन बार यह किस प्रकार लेनी है और इसकी कितनी खुराक लेनी है और किस समय लेनी है यह डॉक्टर ही बता सकता है। क्योंकि टीडीएस से यहां पर हमारा आशय बस यह है कि इस दवा का सेवन दिन में तीन बार किया जाना चाहिए।
* यदि डॉक्टर आपके पर्चे में ओडी (OD) लिखते हैं तो इसका अर्थ यह होता है कि जिस दवा के सामने यह शब्द इस्तेमाल किया गया है उस दवा का सेवन मरीज को प्रतिदिन एक बार करना है। एक बार किस समय लेनी है खाली पेट लेनी है या खाना खाने के बाद लेनी है किसी तरल पदार्थ के साथ लेनी है या फिर ऐसे ही लेनी है यह सब डॉक्टर ही बता सकता है।
* डॉक्टर के पर्चे में बीडीपीसी (BDPC) का अर्थ होता है कि आपको इस दवा का सेवन दिन में दो बार करना है वह भी भोजन करने के बाद। इससे आपको इस दवा का समय भी पता चल जाता है और यह भी पता चल जाता है कि यह दवा कितनी बार लेनी है। बस यह नहीं पता चल पाता कि इस दवा की कितनी खुराक लेनी है क्योंकि दवा की खुराक मरीज की आयु और स्थिति पर निर्भर करती है।
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* डॉक्टर के पर्चे में एचएस (HS) नुस्खे का भी खूब इस्तेमाल किया जाता है। इस शब्द को भी लैटिन भाषा के शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ यह होता है कि आपको इस दवा का सेवन सोते वक्त करना है।
हालांकि इस से दवा को लेने का समय तो स्पष्ट हो जाता है। लेकिन व्यक्ति को यह नहीं पता चल पाता की इस दवा की कितनी खुराक लेनी है क्योंकि यह नुस्खा चूर्ण और टैबलेट या फिर कैप्सूल किसी के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है और इन सब की खुराक डॉक्टर मरीज की स्थिति और आयु को देखकर बताता है।
* डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन में बीडीएसी (BDAC) का इस्तेमाल किया जाता है जिसका अर्थ होता है कि जिस भी दवा के सामने यह लिखा गया है उस दवा का सेवन दिन में दो बार भोजन करने से पहले किया जाना चाहिए। आप चाहे तो सुबह के नाश्ते से पहले और रात के भोजन से पहले इसका सेवन कर सकते हैं या फिर आप रात के भोजन से पहले और दोपहर के भोजन से पहले भी इसका सेवन कर सकते हैं इससे इसका समय बिल्कुल स्पष्ट नहीं होता है बस यह स्पष्ट होता है कि इसका सेवन भोजन करने से पहले किया जाना है। खुराक के बारे में भी डॉक्टर ही सही तरीके से बता सकता है।
यहां पर हमने आपको डॉक्टर के पर्चे में इस्तेमाल किए जाने वाले विभिन्न दवा के अर्थ के बारे में बताया। इससे आपको सभी दवा का अर्थ एक जगह देखने को मिल जाएगा और यह आपके लिए याद करना भी आसान हो जाएगा। यदि आप उनके बारे में और अधिक जानना चाहते हैं तो किसी अच्छे चिकित्सक से सलाह लें।