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देवदार के औषधीय गुण, फायदे, उपयोग व नुकसान

by Dev Pawar

देवदार का वृक्ष एक ऐसा वृक्ष है जो की पूरे विश्व में पाया जाता है। यहां तक की इसके बारे में कहा जाता है कि पूरे विश्व में इसकी 100 से भी ज्यादा प्रजातियां मौजूद है। देवदार का वृक्ष आयुर्वेद में भी अपनी एक अहम भूमिका अदा करता है और आयुर्वेद में भी इसका खूब इस्तेमाल किया जाता है। कम शब्दों में कहा जाए तो आप देवदार के वृक्ष से बहुत से फायदे पा सकते हैं। आज के इस लेख में हम आपको देवदार के औषधीय गुण, फायदे इसके सभी उपयोग व नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं।

देवदार के वृक्ष के चिकित्सीय फायदे

देवदार का वृक्ष आज से ही नहीं बल्कि बहुत समय पहले से किया जाता रहा है और इसके एक नहीं अनेक फायदे देखने को मिलते हैं। 

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* बुजुर्गों में अक्सर याददाश्त कमजोर होने की समस्या देखी गई है। लेकिन एक रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि यदि आप देवदार के एक्सट्रैक्ट को निकाल कर विटामिन सी के साथ बुजुर्गों को इसका सेवन करवाना शुरू करें तो उनकी याददाश्त मजबूत होनी शुरू हो जाती है। 

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* इस बात को तो सभी जानते हैं कि इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं और एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं। यह दोनों ही तत्व साथ मिलकर आपके दिल को स्वस्थ बनाए रखने का कार्य करते हैं। क्योंकि यह आपको ज्यादा फैट नहीं बनने देता है साथ ही यह आपकी कार्डियोवैस्कुलर गतिविधियों को भी कंट्रोल में करने का कार्य करता है जिससे कि आपका दिल स्वस्थ बना रहता है।

* हम पहले ही बता चुके हैं कि देवदार के वृक्ष की छाल में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण को सूजन को कम करने के लिए जाना जाता है। इसके अलावा यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को सुचारू रूप से कार्य करने का मदद भी करता है।

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* डॉक्टर का कहना है कि यदि किसी व्यक्ति को अर्थराइटिस के कारण उसके शरीर या फिर जोड़ों में सूजन आ गई है तो उसे देवदार के वृक्ष से बनी दवा के साथ ही इसकी छाल का इस्तेमाल करना चाहिए इससे उसकी सूजन कम होनी शुरू हो जाती है।

* अस्थमा वाले मरीज में भी देवदार के वृक्ष के विभिन्न फायदे देखे गए हैं। यदि किसी व्यक्ति को अस्थमा के अलावा और भी कोई वायु मार्ग से संबंधित समस्या है तो वह इसका इस्तेमाल कर सकता है। 

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* क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव प्लूमेरिया की बीमारी वाले मरीजों को भी इसका इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह उन्हें भी इस बीमारी से धीरे-धीरे राहत पहुंचाने में मदद करता है। 

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* कुछ पुस्तकों के अनुसार देवदार में एंटी कैंसर गुण भी मौजूद होते हैं जो आपकी कैंसर की कोशिकाओं को निर्माण नहीं होने देते और इन्हें आगे बढ़ने से रोकने में भी मदद करते हैं।

* देवदार में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो व्यक्ति की आंखों की रोशनी को तेज करने में भी मदद कर सकते हैं साथ ही इसमें ऐसे गुण भी मौजूद होते हैं जो आपको बढ़ती उम्र के साथ जवान दिखने में मदद करते हैं। 

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* व्यक्ति के पेट से संबंधित किसी भी प्रकार के रोग के लिए देवदार का इस्तेमाल बहुत पहले से किया जाता रहा है और ऐसे में यह बहुत फायदेमंद भी साबित होता है। 

* इसके तेल में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो की वेदना नाशक होते हैं।

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* यदि किसी व्यक्ति की जांघ जाम हो गई है यानी कि उसकी जांघ काम नहीं कर रही है या फिर उसे काम करने में बहुत ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है तो ऐसे में वह देवदार का इस्तेमाल कर सकता है।

देवदार के वृक्ष के नुकसान 

जहां एक ओर देवदार के वृक्ष के बहुत से फायदे देखे जाते हैं। वहीं इस वृक्ष के बहुत से नुकसान भी देखने को मिलते हैं। जिनके बारे में आपके लिए जान लेना बहुत ज्यादा आवश्यक होगा। 

* प्रतिरक्षा विहीन वाले व्यक्ति को इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसे मामलों में यह बहुत ज्यादा नुकसानदायक साबित हो सकता है। 

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* ऐसा कहा जाता है कि डायबिटीज वाले मरीजों को भी देवदार के वृक्ष से बनी दवाइयां का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि यह उनके लिए गंभीर साइड इफेक्ट्स लेकर आता है। 

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* यदि किसी व्यक्ति को ब्लड क्लॉटिंग की समस्या हो गई है यानी कि उसके खून के थक्के जम गए हैं तो उसे भी देवदार के वृक्ष की बनी दवाइयां का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। यह उसे भी दुष्प्रभाव दिखा सकता है। 

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हमने इस लेख के माध्यम से देवदार के औषधीय गुण, फायदे, उपयोग में नुकसान के बारे में जानकारी प्राप्त की है लेकिन हम आपको यह सलाह देना चाहते हैं कि यदि आप देवदार के वृक्ष का इस्तेमाल किसी प्रकार की आयुर्वेदिक दवा में करना चाह रहे हैं तो इसके लिए पहले किसी आयुर्वेदाचार्य से सलाह लेना बहुत ज्यादा ठीक होगा। क्योंकि हमने इस लेख को विभिन्न स्रोतों से जानकारी इकट्ठा करने के बाद लिखा है हम इसकी चिकित्सीय पुष्टि नहीं करते हैं।

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