क्या आपने भी अक्सर अपने बड़ों को यह कहते हुए सुना है कि गर्मी के मौसम में आपको बेल फल का रस अवश्य पीना चाहिए। वास्तव में किसी भी फल का जूस या फिर सब्जी का जूस तो हमारी सेहत के लिए फायदेमंद ही साबित होता है लेकिन आज का लेख विशेष रूप से यह बताने के लिए लिखा गया है की बेल फल को खाने से क्या फायदे होते हैं।
बेल फल को खाने से क्या होता है?
आपको सब्जी मंडी में या फिर फलों की मंडी में बेल फल बिकते हुए अवश्य दिख जाता होगा। हालांकि यह खाना थोड़ा कठिन हो सकता है क्योंकि इसका छिलका बहुत ज्यादा सख्त होता है। लेकिन इसे खाने के बहुत से फायदे होते हैं आइए बताते हैं आपको बेल फल खाने से क्या होता है।
* ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की समस्या को दूर करने के लिए बेल फल बहुत ज्यादा अच्छा माना जाता है।
* बेल फल में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं जो कि व्यक्ति की स्वास्थ्य के लिए बहुत ज्यादा अच्छा माना जाता है। क्योंकि यह दोनों ही तत्व वैसे होते हैं जो कि आपके शरीर की प्रतिरक्षा को बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं। जब व्यक्ति की शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अच्छी रहती है तो वह विभिन्न बीमारियों से भी बचा रहता है।
ध्यान दे : बटर फ्रूट कैसे खाया जाता है और इसे खाने के अविश्वसनीय फायदे
* गैस्ट्रिक अल्सर के मरीजों को बेल फल का सेवन करने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह गैस्ट्रिक अल्सर के दौरान बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होता है।
* यह आयरन से भी भरपूर होता है अर्थात इसमें पर्याप्त मात्रा में आयरन पाया जाता है यही कारण है कि आयरन की कमी वाले मरीजों को बेल फल का सेवन करने की सलाह दी जाती है जिससे कि उनमें आयरन की कमी ना हो।
* यदि किसी व्यक्ति को कब्ज की समस्या हो रही है तो उसे इसका सेवन विशेष रूप से करना चाहिए क्योंकि यह पेट में कब्ज की समस्या को ठीक करने में मदद करता है जिससे कि व्यक्ति का पेट अच्छे से साफ हो जाता है।
* गर्मियों के मौसम में खासतौर से बेल का जूस पीना चाहिए क्योंकि यह आपकी मदद बहुत से बैक्टीरिया से लड़ने में करेगा और यह आपको बहुत सी बीमारियों से भी बचा कर रखेगा।
बेल फल को खाने से क्या नुकसान होते हैं?
अभी तक हमने आपको यह बताया कि बेल फल को खाने से क्या फायदे होते हैं अब हम आपको यह बताएंगे की बेल फल को खाने से क्या नुकसान होते हैं जिससे कि आप किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव से बचे रहे।
* विशेषज्ञ का कहना यह है कि यदि किसी व्यक्ति को थायराइड की समस्या है और वह बेल फल का सेवन करना चाह रहा है तो उसे चिकित्सकों की सलाह के बाद ही बेल फल का सेवन करना चाहिए।
जानिए : सन मेलन के क्या-क्या फायदे होते हैं?
* किडनी वाले मरीजों को बेल फल का सेवन कम से कम मात्रा में करने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसमें कैल्शियम की मात्रा पाई जाती है और कैल्शियम किडनी के लिए अच्छा नहीं माना जाता है।
* वैसे तो पेट के स्वास्थ्य के लिए बेल फल को काफी अच्छा माना जाता है लेकिन जरूरत से ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करने से यह पेट के लिए समस्या भी उत्पन्न कर सकता है।
* बेल फल के जूस को बिना चीनी मिलाएं पीना संभव नहीं होता है क्योंकि यह स्वाद में उतना ज्यादा मीठा नहीं होता है और इसे पिया नहीं जा सकता है। लेकिन डायबिटीज वाले मरीजों को इसका सेवन कम से कम मात्रा में चीनी डालकर ही करना चाहिए।
बेल के फल का सेवन किस किस रूप में किया जा सकता है?
आप में से बहुत से लोग बस बेल के जूस के बारे में जानते हैं क्योंकि यह बाजार में बिकता रहता है और आप बेल के जूस का ही सेवन करते हैं। लेकिन इसके अलावा भी बेल फल का सेवन और कई रूपों में किया जा सकता है।
यह भी पढ़े : स्टार फ्रूट खाने के फायदे और नुकसान क्या है?
* बेल के पेड़ की पत्तियों को पीस कर इनका रस निकाल कर आप कई बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं। जी हां इसकी पत्तियों का रस बहुत सी बीमारियों को ठीक करने में कार्य करता है।
* आपको साबुत बेल से उसका गूदा निकाल लेना है और इसे सूखने के बाद इसे मिक्सर में पीस कर इसका चूर्ण बना लेना है। बाजार में इसे बेलगिरी के नाम से बेचा जाता है और यह बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होता है।
* बेल फल के मुरब्बे को बनाकर भी खाया जा सकता है यह भी बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होगा।
* यदि आपके पास बेल फल के बीज है या फिर अपने बाजार से खरीद सकते हैं। इसके अलावा आप इसके गूदे से इसके बीज को निकाल कर उन्हें सूखाकर कर रात को पानी में भिगोकर रखने के बाद सुबह उनका सेवन करते हैं तो आपको काफी ज्यादा फायदे देखने को मिलेंगे।
आप यह भी पढ़ सकते है : मूंग की दाल खाने के फायदे और नुकसान
आपको बेल रस को पीने के फायदे और नुकसान दोनों के बारे में पता चल गया होगा और अब आप इसका इस्तेमाल करने के लिए भी तैयार होंगे। लेकिन हम यह सलाह जरूर देंगे कि किसी भी चीज का इस्तेमाल जरूरत से ज्यादा नहीं करना चाहिए और आपको बेल फल के जूस का सेवन भी डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए।